पटना : गुरूवार को पटना से दो कोरोना पाॅजिटिव मरीज सामने आयें. इनमें से एक आइजीआइएमएस रेडियोलोजी डिपार्टमेंट का तकनीशियन है. जो कि आउटसोर्स पर यहां काम कर रहा है. वहीं दूसरा पाॅजिटिव मरीज सरकारी कर्मचारी है. रेडियोलोजी तकनीशियन में संक्रमण आइजीआइएमएस में पूर्व के दिनों में भर्ती गैस्ट्रो मेडिसिन के एक मरीज से फैलने की संभावना जतायी जा रही है. सीवान के इस मरीज में कोरोना होने की जानकारी 24 अप्रैल को सामने आयी थी. वह 15 अप्रैल से ही गैस्ट्रो मेडिसिन वार्ड में भर्ती था. 23 को कोरोना जांच का सैंपल देने के बाद यह यहां से भाग गया था. इस मरीज का यहां अल्ट्रासाउंड भी हो चुका था.
ऐसे में माना जा रहा है कि इसके संपर्क में आने के कारण ही अल्ट्रासाउंड करने वाले इस तकनीशियन में कोरोना हुआ है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक संपर्क में आने के बाद यह आइजीआइएमएस नहीं आ रहा था. पिछले दिनों इसे अस्पताल आकर सैंपल देने को बोला गया था. जिसके बाद इसने सैंपल दिया और जांच हुई. 30 अप्रैल को यह पाॅजिटिव निकला. यह तकनीशियन मीठापुर इलाके में रहता है. अब इस बात की जांच होगी कि कहीं इसके संपर्क में दूसरे लोग तो नहीं आये थे.
कटिहार में पोस्टेड एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट का कर्मी निकला पाॅजिटिवपटना का दूसरा पाॅजिटिव मरीज एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट का कर्मचारी है. वह कटिहार में कार्यरत हैं और पटना आये हुये थे. इसी बीच लाॅकडाउन हो गया. तब से वह पटना में ही थे. उनकी दूसरे राज्यों या विदेशों से जुड़ी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. उसका कहना है कि पिछले एक महीने से घर से बाहर नहीं निकले थे.अब वह अपनी ड्यूटी ज्वाइन करना चाहते थे.
इसके लिए उसे कोरोना जांच करवा कर आने को बोला गया था. इसकी के कारण वह जांच कराने आइजीआइएमएस गये थे. वहां हुई जांच में पाॅजिटिव निकला. वह पटना की मजिस्ट्रेट काॅलोनी में रहते हैं. उनके संपर्कों की भी अब जांच की जा रही है. वहीं, बुधवार को आइजीआइएमएस में पाॅजिटिव पायी गयी मरीज, नर्स और सफाई कर्मचारी के संपर्क में आने वाले लोगों की जानकारी एकत्र की गयी. प्राप्त जानकारी के मुताबिक सिविल सर्जन कार्यालय की टीम ने इनमें से करीब 15 संदिग्धों की जांच के लिये सैंपल लिया है.