आज रहब की जैब बता द बालमा… पर झुमे दर्शक
पटना. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के सौजन्य से सांस्कृतिक संस्था रंग समूह की ओर से प्रेमचंद रंगशाला में आयोजित ‘तीन दिवसीय द्वितीय राष्ट्रीय लोक नाच महोत्सव’ का आयोजन किया गया. महोत्सव में कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोहा लिया.
– प्रेमचंद रंगशाला में तीन दिवसीय द्वितीय राष्ट्रीय लोक नाच महोत्सव की हुई शुरुआत
पटना. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के सौजन्य से सांस्कृतिक संस्था रंग समूह की ओर से प्रेमचंद रंगशाला में आयोजित ‘तीन दिवसीय द्वितीय राष्ट्रीय लोक नाच महोत्सव’ का आयोजन किया गया. महोत्सव में कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोहा लिया. कार्यक्रम की शुरुआत सिने कलाकार एवं लोक नर्तक मनोज पटेल के लोक नृत्य से हुई. उन्होंने ‘आज रहब की जैब बता द बालमा…, जिया कब ला जरईब बता द बालमा…’ पर लोक नृत्य प्रस्तुत किया.
इसके बाद बलिया के अनुपम पांडेय के पखावज दल ने नृत्य, ड्रामा और गायन का प्रदर्शन किया. पखावज ढोलक या मृदंग से मिलता जुलता एक वाद्य यंत्र है, जो उत्तर प्रदेश का लोक वाद्य माना जाता है. मंदिरों में जीत की निशानी के रूप में बजने वाले इस वाद्य यंत्र को हवेली संगीत के रूप में भी जाना जाता है और कहा जाता है कि अमीर खुसरो ने इसे काटकर तबले का आविष्कार किया. इसके बाद आरा, भोजपुर के सुरेश प्रसाद के दल आजाद नाट्य कला परिषद् द्वारा भिखारी ठाकुर जी के नाटकों (गंगा स्नान, बिदेसिया तथा पुत्रवध) का नृत्य गीत प्रदर्शन किया. वादन दल में सुरेश प्रसाद (हारमोनियम), शिवजी राम (तबला एवं ढोलक), सबरू राम, जज राम, सुनैना राम (झाल), गायन दल में पुरोहित कुमार, निर्मल राम, राहुल कुमार, सोमलाल, अखिलेश राम, कलटर राम, दिनेश राम, बूढ़ा राम, रामाशंकर प्रसाद तथा नर्तन दल में मोहन गोड़, सिपाही राम, मुकेश राम, दिनेसर पासवान, मनोज गोड़, शत्रुघ्न राम तथा राजू रंजन शामिल थे. वहीं, नौबतपुर के पप्पू राय के दल दि ग्रेट बिदेसिया नाच पार्टी ने जोकरई, निर्गुण, सोहर और गजल की प्रस्तुति दी. मौके पर बिग्रेडियर पी पंकज, विधायक अजीत कुमार सिंह कुशवाहा, डॉ अमरेन्द्र प्रसाद, अरशद अहमद समेत अन्य मौजूद रहे.
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