अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में फंसे मैनेजमेंट कॉलेज के प्रोफेसर बिहार के मुजफ्फरपुर शहर के सैयद आबिद हुसैन मंगलवार को भारत लौट आएं. हालांकि इनको दिल्ली स्थित क्वारेंटिन सेंटर में रखा गया है. 14 दिनों बाद इन्हें दिल्ली से छोड़ा जाएगा. सैयद आबिद हुसैन काबुल के एक मैनेजमेंट कॉलेज में प्राध्यापक थे, लेकिन अफगानिस्तान में तख्ता पलट होने के बाद से ही वे भारत वापसी के लिए प्रयासरत थे.
इन्होंने काबुल से दिल्ली के लिए फ्लाइट की टिकट भी ली थी, लेकिन फ्लाइट कैंसिल हो गया़. वे भारतीय विदेश मंत्रालय से लगातार संपर्क में थे और भारत वापसी के लिए प्रयासरत थे. इस दौरान तालिबानी सैनिकों ने इन्हें पकड़ा भी, लेकिन कागजात की जांच के बाद इन्हें छोड़ दिया गया.
दिल्ली वापसी के बाद इनके परिवार में खुशी तो है, लेकिन आरटीपीसीआर (RTPCR) जांच में निगेटिव आने के बाद भी क्वारेंटिन सेंटर भेजे जाने पर नाराजगी है. सैयद आबिद हुसैन के भाई पूर्व डिप्टी मेयर सैयद माजिद हुसैन ने कहा कि जब भाई कोरोना पॉजीटिव नहीं हैं तो उन्हें क्वारेंटिन सेंटर में रखने का क्या मतलब है. हमलोग अब इस बात से डरे हुए हैं कि निगेटिव होने के बाद भी उन्हें क्वारेंटिन सेंटर में रखा गया है तो कहीं वे पॉजीटिव न हो जाएं.
बिहार्बताते चले कि अफगानिस्तान में बीते दिनों तालिबानी आतंकवादी समर्थकों ने काबुल पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद राष्ट्रपति अशरफ घनी ने देश छोड़ दिया. वहीं तालिबान का शीर्ष नेतृत्व अफगानिस्तान में सरकार बनाने की कवायद में जुटी है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra