बापू परीक्षा केंद्र में करीब ढाई हजार छात्रों ने नहीं दी परीक्षा

बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में शुक्रवार को राज्य भर में 3.25 लाख (68%) से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए. चार लाख 80 हजार अभ्यर्थियों में से 4.38 लाख ने एडमिट कार्ड डाउनलोड किया था

By Prabhat Khabar News Desk | December 14, 2024 1:24 AM

संवाददाता, पटना

बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में शुक्रवार को राज्य भर में 3.25 लाख (68%) से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए. चार लाख 80 हजार अभ्यर्थियों में से 4.38 लाख ने एडमिट कार्ड डाउनलोड किया था. लेकिन परीक्षा में करीब 3.25 लाख परीक्षार्थी ही शामिल हुए. बापू परीक्षा परिसर में करीब 12 हजार अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे थे. इनमें से करीब ढाई हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा नहीं दी. यहीं, सबसे ज्यादा हंगामा भी हुआ.

अभ्यर्थियों का आरोप- अंदर सेटिंग चल रही थी : अभ्यर्थियों ने कहा कि दोपहर 12 बजे से परीक्षा शुरू हुई, लेकिन उन्हें प्रश्नपत्र समय पर नहीं मिला. करीब आधा घंटा देरी से प्रश्नपत्र मिला, जबकि कुछ फ्लोर पर प्रश्नपत्र बंट चुके थे. अंदर सब सेटिंग से हो रही थी. कुछ अभ्यर्थियों ने यह भी आरोप लगाया कि जिन्हें पेपर मिला था, उनमें से कुछ फटे हुए थे. एक अभ्यर्थी ने बताया कि कुछ लड़के ऐसे थे, जो आंसरशीट नीचे से ऊपर लेकर चले गये. ग्रुप में बैठ कर ओएमआर शीट रंग रहे थे. मेरे पास फोन तो था नहीं, इसलिए रिकॉर्ड नहीं कर सकते थे.

36 जिलों में 912 से ज्यादा परीक्षा सेंटर : बिहार के 36 जिलों में 912 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा हुई. पटना जिले में 60 से ज्यादा केंद्र बनाये गये थे. पहली बार आयोग की ओर से 2035 पदों के लिए परीक्षा ली गयी है. यह अब तक की सबसे अधिक वैकेंसी है. इनमें सब डिवीजन ऑफिसर (एसडीओ), सीनियर डिप्टी ऑफिसर, डीएसपी और अन्य पद शामिल हैं. परीक्षा केंद्र के निरीक्षक की बिगड़ी तबीयत, मौत बापू परीक्षा परिसर में हंगामे के बीच अतिरिक्त केंद्राधीक्षक प्रो डॉ राम इकबाल सिंह की तबीयत बिगड़ गयी. उन्हें निजी अस्पताल लाया गया, जहां मौत हो गयी. अगमकुआं थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने बताया कि वह अरवल के गोदानी कॉलेज में कार्यरत थे. इधर निधन की खबर सुन अरवल से पटना पहुंचे पुत्र सन्नी कुमार ने बताया कि पिता की हृदयगति रुकने से मौत की जानकारी हुई. डेढ़ घंटे तक कुम्हरार में लगा रहा भारी जाम बापू परीक्षा परिसर में सैकड़ो अभ्यर्थियों ने दोपहर 12:20 बजे पेपर देर से बांटने के कारण हंगामा शुरू कर दिया, जिससे मौजूद सुरक्षा बलों ने बल का प्रयोग कर शांत करने की कोशिश की. इसके बाद अभ्यर्थियों सड़क को जाम कर दिया. इससे कुम्हरार मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी. बिस्कोमान गोलंबर से लेकर भूतनाथ मोड़ तक गाड़ियों की कतारें लग गयीं. एक किमी लंबा जाम होने से लोगों को परेशानी हुई. 2:30 बजे परीक्षा सेंटर पर स्थिति सामान्य हो सकी. हंगामे के बीच परीक्षार्थी की खराब हुई तबीयत बीपीएससी पीटी के दौरान बापू परीक्षा परिसर में हुए हंगामे के बीच एक परीक्षार्थी की तबीयत बिगड़ गयी. उसे दो पुलिसकर्मी एनएमसी लेकर गये. वहां उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. नालंदा की सुष्मिता कुमारी ने बताया कि चौथी मंजिल पर परीक्षा दे रही थी. कुछ लड़के हंगामा करते हुए बाहर निकल गये. हंगामा देख उसकी तबीयत बिगड़ गयी. अस्पताल में उसके भाई कुंदन ने बताया कि पटना में ही रहता हूं. बहन की तबीयत खराब होने की सूचना पर आया. डॉक्टरों ने बताया कि इलाज के बाद सुष्मिता ठीक है. 95 से 100 के बीच रहेगा अनारक्षित श्रेणी का कट ऑफ मार्क्स पटना. एकीकृत 70वीं संयुक्त बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा का अनारक्षित श्रेणी का कट आफ 95 से 100 के बीच रहेगा. विशेषज्ञ कोचिंग शिक्षकों की मानें, तो प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न सरल और बिना उलझे हुए थे, जबकि 2035 रिक्तियां होने के कारण पीटी में 24 हजार रिजल्ट दिया जायेगा. इसके कारण इस बार कट ऑफ मार्क्स 95 से 100 के बीच रहने की संभावना है. इस बार ज्यादातर प्रश्न फैक्चुअल थे. जिन लोगो ने फैक्ट से रिलेटेड तैयारी की थी, उनको फायदा हुआ. पीटी में करेंंट अफेयर्स से 23 प्रश्न पूछे गये. बिहार स्पेशल से 25 और विज्ञान से 28 प्रश्न पूछे गये. भूगोल से 10, अर्थव्यवस्था से 12 और गणित से 10 प्रश्न पूछे गये. सामान्य जानकारी से संबंधित आठ प्रश्न थे. दो-तीन प्रश्न किताबों के नाम से भी पूछे गये. ऐसे में अधिक रिजल्ट आने के कारण इस बार 95 तक अनारक्षित श्रेणी का कट ऑफ जाने की संभावना है. वहीं, कुछ जाने-माने कोचिंग विशेषज्ञों की मानें तो 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न सरल और बिना उलझे हुए थे. जिन बच्चों ने नौवीं-दसवीं की किताबें गहराई से पढ़ी थीं, उन्होंने अधिकतर प्रश्नों का आंसर दे दिया होगा. करंट अफेयर्स के प्रश्न छह महीने के प्रतियोगिता दर्पण से पूछे गये थे. ऐसे में 100 से कम किसी भी परिस्थिति में कट ऑफ जाने की संभावना नहीं है, अन्य आरक्षित श्रेणियों के कट ऑफ उसी अनुपात में जाने की संभावना है.

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