आउट सोर्स कर्मचारियों को ड्यूटी पर न लगाने एसीएस ने लिखा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिख कर आग्रह किया है कि शिक्षा विभाग में आउट सोर्सिंग पर रखे कर्मचारियों को निर्वाचन कार्य में न लगाया जाये.
– एसीएस ने बताया – इससे विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही दिक्कत पटना शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिख कर आग्रह किया है कि शिक्षा विभाग में आउट सोर्सिंग पर रखे कर्मचारियों को निर्वाचन कार्य में न लगाया जाये. इसके लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को अपने स्तर से निर्देशित करें कि जिले में उपलब्ध शिक्षकों एवं शिक्षा विभाग के स्थायी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों की सेवा तो लें , परंतु आउट सोर्सिंग पर रखे गये कर्मियों को निर्वाचन कार्य में न लगाया जाये. पाठक ने सोमवार को जारी अपने पत्र में यह भी लिखा है कि आउट सोर्स पर नियुक्त कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी में लगा दिया गया है. इसकी वजह से शिक्षा विभाग की जिलों में शुरू की गयी विभिन्न गतिविधियां रुक गयी हैं. अपर मुख्य सचिव ने निर्वाचन पदाधिकारी को अवगत कराया है कि विद्यालयों की बुनियादी संरचना के कार्य एवं विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आउट सोर्सिंग पर रखे कर्मचारियों को निर्वाचन कार्य में लगा दिया जाना पूरी तरह अवांछित है. शिक्षा विभाग के मानव संसाधनों का दुरुपयोग ही है. जब राज्य में पांच लाख से अधिक शिक्षक ही उपलब्ध हैं , जबकि चुनाव में मतदान कर्मियों की आवश्यकता मात्र साढ़े तीन लाख हो तो वैसी स्थिति में आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को निर्वाचन कार्य में लगा देना औचित्य नहीं हैं. उन्होंने साफ किया कि आउट सोर्सिंग पर रखे कर्मचारी न तो स्थायी तौर पर नियुक्त है न वह राज्य के कर्मचारी हैं. ऐसे में उन्हें निर्वाचन में लगाना कतई उचित नहीं है. हालांकि उन्होंने अपने पत्र में साफ किया है कि विभाग यह मानता है कि शिक्षा विभाग के संसाधनों के बिना निर्वाचन कराया जाना संभव नहीं है. लेकिन यह देखा जा रहा है कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी अन्य विभाग के कम से कम संसाधन उपयोग कर रहे हैं,जबकि वह शिक्षा विभाग के सभी तरह के संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे शिक्षा विभाग के कार्यक्रम रुके पड़े हैं.