बिहार में ठंड व शीतलहर की संभावना को लेकर जारी की गयी एडवाइजरी, आपदा प्रबंधन ने सभी डीएम को किया अलर्ट
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा एडवाइजरी में भी कहा गया कि जिला स्तर के किसी वरीय पदाधिकारी को जिला पदाधिकारी के नियंत्रण, निगरानी में अलाव व्यवस्था का प्रभारी नामित किया जाये. इनका दायित्व ठंड से बचाव से संबंधित सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करना होगा.
पटना. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों के डीएम को बदलते मौसम में शीतलहर व पाला से बचाव के लिए अलर्ट किया है. विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि दिसंबर से जनवरी के बीच मौसम में अधिक ठंडक रहती है. कभी-कभी यही ठंड शीत लहर का रूप भी ले लेती है. ऐसे में जरूरी है कि अभी से जिलों में शीतलहर से बचाव की तैयारी कर ली जाए. गरीबों और आवासहीन लोगों के लिए अस्थायी व्यवस्था करें, जहां वह रात गुजार सकें. वहीं, कोविड गाइड लाइन के मानकों का भी पूरा तरह से पालन करें.
पदाधिकारियों को दी जाये जिम्मेदारी
एडवाइजरी में यह भी कहा गया कि जिला स्तर के किसी वरीय पदाधिकारी को जिला पदाधिकारी के नियंत्रण, निगरानी में अलाव व्यवस्था का प्रभारी नामित किया जाये. इनका दायित्व ठंड से बचाव से संबंधित सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करना होगा.
यह दिया गया दिशा-निर्देश
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मौसम विज्ञान केंद्र के माध्यम से मौसम संबंधित सभी चेतावनी पहले से दी जाये. ताकि किसी भी तरह की परिस्थिति में उससे निबटने की तैयारी की जा सके.
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शीतलहर से संबंधित बीमारियों को रोकने के लिए अस्पतालों में दवा की उत्तम व्यवस्था की जाए. वहीं, शीतलहर से निबटने के लिए भी संपूर्ण व्यवस्था करें.
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पाला का कृषि पर अत्याधिक प्रभाव पड़ता है. जिससे फसल को काफी नुकसान होता है. पाला से बचाव की व्यवस्था हो.
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पाला से पशुओं को बचाव भी जरूरी है. इसके लिए गांव-गांव में बचाव संबंधी दिशा निर्देश का प्रचार प्रसार किया जाये.
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रैन बसेरा, अलाव की व्यवस्था की जाए. जिसकी निगरानी डीएम के माध्यम से हो. गरीबों में कंबल का वितरण भी किया जाये.