संवाददाता, पटना कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने रविवार को कृषि भवन पटना के सभागार से राज्य के बाहर प्रशिक्षण एवं परिभ्रमण कार्यक्रम में भाग लेने वाले किसानों को रवाना किया. मौके पर मंत्री ने कहा कि देश के कृषि से संबंधित प्रतिष्ठित संस्थानों में आत्मा योजना के माध्यम से किसानों को प्रशिक्षण दिलाया जायेगा. किसानों की आमदनी दोगुनी करना व उन्हें उन्नत तकनीक से अवगत करना विभाग का लक्ष्य है. फसलों का उत्पादन, मार्केटिंग व पैकेजिंग व्यवस्था को समझना एवं किसानों को इ-फ्रेंडली बनाना मकसद है. पिछले कुछ साल में किसानों की आय बढ़ी है. बिहार के जीडीपी विकास में कृषि क्षेत्र का लगभग 14 प्रतिशत योगदान है. ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन की देन है. ‘देखकर सीखो, सीखकर अपनाओ’ सिद्धांत पर करें काम : श्री पांडेय ने कहा कि आप जब बाहर जाएं तो ‘देखकर सीखो, सीखकर अपनाओ’ के सिद्धांत पर काम करें. अपने विषय से संबंधित सवालों के बारे में वैज्ञानिकों से पूछें. कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि यह कार्यक्रम हर जिले के लिए आयोजित किया जायेगा. आंवला, पपीता, नींबू, खरीफ प्याज तथा आलू की उन्नत तकनीक सीखने के लिए किसानों को अन्य जगहों पर भेजा जायेगा. बेबी कॉर्न व स्वीट कॉर्न से संबंधित जिलों में किसानों को अंतर-जिला परिभ्रमण कार्यक्रम अंतर्गत प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था करें. मौके पर प्रबंध निदेशक, बिहार राज्य बीज निगम आलोक रंजन घोष, निदेशक उद्यान अभिषेक कुमार, अपर सचिव-सह-राज्य नोडल पदाधिकारी, आत्मा योजना शैलेंद्र कुमार आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है