airtel ने आज घोषणा की है कि उसने जुलाई 2024 में अधिग्रहित अतिरिक्त स्पेक्ट्रम की सफलतापूर्वक परिनियोजन किया है। 1800 बैंड में 5.2 मेगाहर्ट्ज और अतिरिक्त 900 बैंड में 7 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के विस्तार से एयरटेल के 5जी/4जी नेटवर्क की क्षमताओं में वृद्धि होगी। इससे डेटा स्पीड में सुधार होगा और शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में ग्राहकों को घरों और इमारतों के अंदर बेहतर कवरेज उपलब्ध होगा।
कंपनी द्वारा अधिगृहीत अतिरिक्त स्पेक्ट्रम की तैनाती अब पूरी हो चुकी है और इसके परिणामस्वरूप पटना, रांची, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया, धनबाद, बोकारो और जमशेदपुर आदि शहरों के ग्राहकों को वॉयस और डेटा दोनों पर बेहतर सर्विस क्वालिटी का अनुभव मिलेगा। कनेक्टिविटी की मांग तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में यह विस्तार एयरटेल को हाइवे और रेल मार्गों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी व्यापक कवरेज प्रदान करने में सक्षम बनाएगा।
सुजय चक्रवर्ती, सीईओ, बिहार और झारखंड, ने कहा, “एयरटेल अपने नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस नए स्पेक्ट्रम के जुड़ने से अब राज्यभर में ग्राहक बेहतर कॉल कनेक्टिविटी, तेज डेटा स्पीड सहित पूरी तरह से बेहतर नेटवर्क का आनंद ले सकते हैं। हम बिहार-झारखंड के ग्राहकों के प्रति समर्पित हैं और अपने ग्राहकों के लिए सेवा अनुभव को बेहतर बनाने वाली तकनीकों में निवेश करना जारी रखेंगे।”
भारती एयरटेल ने हाल ही में संपन्न स्पेक्ट्रम नीलामी में 97 मेगाहर्ट्ज़ स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण किया है। इससे कंपनी ने न केवल समाप्त हो चुके स्पेक्ट्रम होल्डिंग्स को फिर से प्राप्त किया, बल्कि अपने सब-गीगाहर्ट्ज़ स्पेक्ट्रम का विस्तार भी किया और अपने कई हिस्सों में विभाजित स्पेक्ट्रम ब्लॉकों को कुशलतापूर्वक एक स्पेक्ट्रम में जोड़ा है। एयरटेल के पास मिड-बैंड स्पेक्ट्रम का सबसे बड़ा हिस्सा है।
900, 1800, 2100 और 2300 बैंड्स में विविध स्पेक्ट्रम होल्डिंग्स के साथ, कंपनी 5G और 4G नेटवर्क के साथ हाई-स्पीड डेटा सेवाओं की बढ़ती मांग को अच्छी तरह से पूरा करने के लिए तैयार है। कंपनी ने हाल ही में 5G के लिए मिड-बैंड स्पेक्ट्रम का पुनर्निर्माण भी शुरू किया है ताकि डेटा की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।