बिहार में कांग्रेस की स्थिति क्या है वो किसी से नहीं छिपा है. लेकिन कांग्रेस के कमजोर पड़ने के पीछे की सबसे बड़ी वजह क्या है, ये विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ही खुद बताते हैं. महागठबंधन से अलग-थलग पड़े कांग्रेस के कमजोर होने की वजह अजीत शर्मा अपने फेसबुक प्रोफाइल पर पोस्ट करके बताते हैं. वहीं इस बात का जिक्र भी करते हैं कि क्यों भाजपा प्रदेश में मजबूत रहती है जबकि कांग्रेस कमजोर पड़ जाती है.
अजीत शर्मा ने लिखा कि कांग्रेस उदार पार्टी है और यही कारण है कि क्षेत्रीय दल जब-जब कांग्रेस के साथ हुई तो कांग्रेस कमजोर पड़ी है. शर्मा लिखते हैं कि भाजपा जिस-जिस क्षेत्रिय दल के साथ गई वह क्षेत्रीय दल साफ हो गया. वहीं राजद को लेकर भी अजीत शर्मा नाराज दिखते हैं और घुटने ना टेकने की बात करते हैं. चुनाप में कांग्रेस और माले को मिली सीटों की समीक्षा करने की भी बात करते हैं.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में राजद, कांग्रेस और वामदल ने महागठबंधन के रुप में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे. इस चुनाव में एनडीए के पास सीटों की संख्या अधिक रही और सरकार बनी. तेजस्वी के नेतृत्व में लड़े इस चुनाव के रिजल्ट सामने आने पर राजद ने कांग्रेस पर हमला बोल दिया था. खराब प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस से सवाल किये गये थे. वहीं उपचुनाव में कांग्रेस और राजद अलग हो गये. जिसके बाद से दोनों दलों में तल्खी बरकरार है.
अब बिहार में जब विधान परिषद का चुनाव होना है तो कांग्रेस राजद के साथ लड़ना चाहती थी. लेकिन राजद ने साफ कर दिया कि कांग्रेस के साथ वो मैदान में नहीं उतरेगी. जिसके बाद अब कांग्रेस 24 सीटों को लेकर अकेले फैसला लेने में जुटी है कि कितने सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लेना उचित है और किन उम्मीदवारों पर दांव खेला जा सकता है. हालांकि जमीनी हकीकत ये है कि कांग्रेस इस चुनाव को लेकर ना तो मजबूत दिख रही है और ना ही पूरी तरह से तैयार.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan