Bihar News: खगड़िया से अलौली के बीच कब से दौड़ेगी ट्रेन? आ गयी रेल प्रोजेक्ट से जुड़ी बड़ी जानकारी…

Bihar News: खगड़िया से अलौली के बीच कब से ट्रेन दौड़ेगी, इससे जुड़ी बड़ी जानकारी रेलवे ने दी है. जानिए इस पूरे प्रोजेक्ट में क्या है ताजा अपडेट...

By ThakurShaktilochan Sandilya | October 25, 2024 12:26 PM

Bihar News: अब फरकिया के लोगों को अलौली स्टेशन से देश व दुनिया की सफर करने का सपना साकार होता नजर आ रहा है. जानकारी के अनुसार खगड़िया-कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे 30 अक्टूबर तक मुख्य संरक्षा आयुक्त ( सीआरएस) का खगड़िया से अलौली स्टेशन के बीच निरीक्षण को लेकर तैयारी पूरी करें. ताकि मुख्य संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण को लेकर तारीख का निर्धारण किया जा सके.

लंबे अरसे बाद अब सवारी गाड़ी दौड़ेगी

जिले के अलौली प्रखंड क्षेत्र के शहर बन्नी निवासी व लोक जनशक्ति पार्टी के सुप्रीमो स्व राम विलास पासवान के रेल मंत्रित्वकाल (1996 से 1998 तक) खगड़िया-कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना को हरी झंडी मिली थी. वर्ष 2002 में खगड़िया से कुशेश्वर स्थान 42 किलोमीटर रेल परियोजना का कार्य विधिवत रूप से शुरू हुआ था.

खगड़िया से कुशेश्वर स्थान के बीच है 7 स्टेशन

खगड़िया से कुशेश्वर स्थान 42.308 किलोमीटर रेल परियोजना के अंतर्गत सात स्टेशनों का निर्धारण किया गया है. इन सात स्टेशनों में पांच स्टेशन खगड़िया जिले में, दो स्टेशन दरभंगा जिले व एक स्टेशन समस्तीपुर जिला क्षेत्र में आयेगा. खगड़िया जिला अंतर्गत आने वाली स्टेशनों में खगड़िया स्टेशन के बाद बिशनपुर, कामाथान, अलौली, चेराखेरा, शहरबन्नी, (स्व रामविलास पासवान का गृह पंचायत) के अलावा समस्तीपुर जिले के अंतर्गत सुगरैन व दरभंगा जिले के अंतर्गत कुशेश्वर स्थान के अलावा तिलकेश्वर स्टेशन का निर्धारण किया गया है.

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खगड़िया से अलौली स्टेशन के बीच ही रेल लाइन व स्टेशनों का निर्माण कार्य हुआ पूरा

खगड़िया से अलौली 18.542 किलोमीटर स्टेशन के बीच का रेल लाइन निर्माण कार्य पूरा करने में रेलवे को 22 वर्षों का समय लग गया है. अलौली से कुशेश्वर स्थान के बीच रेल लाइन निर्माण के लिए अब तक एस्टीमेट भी नहीं बना है. खगड़िया कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना इंजीनियरों के लिए कामधेनु बना हुआ है. इस परियोजना का कई बार सर्वे किया गया है. कई बार एस्टीमेट बनाया गया है. रेल प्रशासन द्वारा कई बार एस्टीमेट का रिवाइज किया गया है. इसकी अनकही कहानी है. इस तरह से परियोजना के अंतर्गत अलौली से कुशेश्वर स्थान तक रेल लाइन निर्माण को लेकर दो माह पूर्व एस्टीमेट निर्माण को लेकर सर्वेअर की प्रति नियुक्ति की गयी है. इससे पहले तीन वर्षों तक रेल लाइन निर्माण को लेकर एक कंपनी द्वारा सैटेलाइट व जीपीएस सर्वे कराया गया था.

खगड़िया से अलौली स्टेशन के बीच है 31 पुल पुलिया व आरयूबी

सात नदियों से घिरे जिले की विषम भौगोलिक स्थिति का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि खगड़िया से अलौली स्टेशन के बीच मात्र 18 किलोमीटर की दूरी तय करने में ट्रेन को 31 पुल पुलिया व आरयूबी के रास्ते गुजरना होगा,जिसमें छह बड़ा पुल, 18 पुलिया व सात आरयूबी (रोड ओवरब्रिज) का निर्माण कराया गया है.

अलौली से समस्तीपुर के बीच 26 पुल पुलिया का कराया जायेगा निर्माण

सैटेलाइट व जीपीएस से कराये गये सर्वे के अनुसार अलौली से कुशेश्वर स्थान के बीच 26 पुल पुलिया व आरयूबी का निर्माण कराए जाने का अनुमान लगाया गया है, जिसमें 10 बड़ा पुल, 8 पुलिया व आठ आरयूबी( रोड अंडर ब्रिज )का निर्माण कराने का प्रस्ताव है.

सीआरएस कराने को लेकर युद्ध स्तर पर हो रही है तैयारी

30 अक्तूबर तक सीआरएस करने की तैयारी स्थानीय अधिकारी द्वारा युद्ध स्तर पर सीआरएस कराने की तैयारी की जा रही है, जिसमें बिशनपुर, कामाथान व अलौली स्टेशन की रंगाई पुताई कर चमकाने का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है. इसके अलावा रेल लाइन पर सवारी गाड़ी चलाने को लेकर मजदूरों द्वारा लाइन के बगल से मेटल हटाने व देने का कार्य भी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. वहीं सिग्नल व दूरसंचार के कार्यों को भी अंतिम स्वरूप प्रदान किया जा रहा है. कामाथान स्टेशन के निकट आउटर सिग्नल जलाने की प्रक्रिया के तहत रिले ( स्विच) ले जा रहे मिस्त्री राजकुमार ने बताया कि टी आर बक्सा में सिग्नल जलाने को लेकर बक्सा में स्विच (रिले )लगाने जा रहे हैं.

कहते हैं अधिकारी

सीपीआरओ हाजीपुर सरस्वती चंद ने बताया कि सीआरएस कराने को लेकर अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया गया है. उन्होंने बताया कि खगड़िया-अलौली के बीच शीघ्र सीआरएस कराने की तिथि निर्धारित की जायेगी.

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