संवाददाता, पटना बिहार बालभवन किलकारी में डिजिटल लाइब्रेरी का इस्तेमाल किलकारी के बच्चों के साथ बाहर के बच्चे करने लगे हैं. इस सुविधा की शुरुआत का मकसद उन बच्चों तक पहुंच बनाना था, जिन बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है या फिर किताबें खरीदने में सक्षम नहीं हैं. वैसे बच्चे इन कारणों से पढ़ाई से दूर हो रहे हैं. उन्हें पठन-पाठन से जोड़ने के लिए यह लाभ दिया जा रहा है. सबसे खास बात यह है कि इस डिजिटल लाइब्रेरी का इस्तेमाल सिर्फ किलकारी के बच्चे नहीं कर रहे हैं, बल्कि अन्य बच्चे भी कर सकेंगे. जो बच्चे इस डिजिटल लाइब्रेरी से किताबें पढ़ने चाहते हैं, वे दिये गये लिंक http://www.kilkari.in/231222_digilib.php पर क्लिक कर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. इस इ-लाइब्रेरी में कक्षा एक से लेकर 12वीं तक की बीटीबीसी, एनसीइआरटी, सीबीएसइ की किताबें, किलकारी प्रकाशन, बाल कविताएं, कहानियां, निबंध, सृजनात्मक विकास में सहयोगी विषय, जैसे-नाटक, नृत्य, संगीत, चित्रकला, हस्तकला, कंप्यूटर, फोटोग्राफी, फिल्म निर्माण, लैंग्वेज क्लासेज आदि के अलावा ऑडियो-विजुअल मेटेरियल मौजूद होंगे. यहां पर सारी किताबें बीटीबीसी, एनसीइआरटी, सीबीएसइ बोर्ड के सहयोग से ऑनलाइन उपलब्ध हैं. इसके अलावा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग, मीटिंग, एक्सपर्ट एडवाइस की सुविधा उपलब्ध है. वहीं इ-लर्निंग का समय सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक है. इसकी समय अवधि एक घंटे की है. बच्चे अपने शैक्षणिक कक्षा के अनुसार ग्रुप बनाकर भी इ लर्निंग कर सकते हैं.
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