पटना : सावन माह में कोरोना संक्रमण के फैलने की आशंका के मद्देनजर बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद ने हरिहर मेला, बाबा वैद्यनाथ धाम मेले को पूर्ण रूप से बंद कर दिया है. साथ ही सूबे के शिव मंदिरों को भी चार अगस्त तक बंद कर दिया है. इनमें वैसे सभी शिव मंदिर शामिल हैं, जहां सावन में मेला, जलाभिषेक, कांवर यात्रा का आयोजन किया जाता है.
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बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन ने भारत सरकार के गृह मंत्रालय के आलोक में बिहार सरकार के गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के आलोक में बुधवार को दिशा-निर्देश जारी किया. मालूम हो कि सरकार ने कोरोना महामारी को लेकर सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक एवं अन्य किसी प्रकार के भीड़ या समूह में होनेवाले आयोजन पर पूर्ण रोक लगा दी है.
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सावन में श्रद्धालुओं के जनसमूह से कोरोना महामारी का संक्रमण फैलने की संभावना के मद्देनजर बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद ने सूबे के सभी जिले के पदाधिकारियों से विचार-विमर्श कर हरिहर मेला, बाबा बैद्यनाथ धाम का मेले को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है. साथ ही सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि कोरोना जैसी महामारी से स्वयं और परिवार को बचाने की कोशिश करें. मानव धर्म का पालन करते हुए घरों में ही आराधना और पूजा-पाठ करें.
धार्मिक न्यास पर्षद ने सूबे के सभी जिला पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न माध्यमों से जागरूकता फैला कर कोरोना वायरस के फैलते हुए संक्रमण को रोकने के लिए जन सहयोग करें. साथ ही सावन में पूजा घर पर ही करने की सलाह दें. स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का भी सख्ती से पालन करने की सलाह दें. साथ ही कहा है कि सभी मंदिरों में पर्षद के पूर्व आदेश के अनुसार पूजा-अर्चना जारी रहेगी.