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PFI Terror Module: पीएफआइ से जुड़े मामले के तमाम अभिलेख एनआइए कोर्ट में स्थानांतरित

NIA ने मामले को अपने हाथ में लेने के बाद फिर से दो केस दर्ज किया है। इसमें मामले में पूरे राज्य में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी चल रही है। इसके साथ ही कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है।

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2022 9:58 PM

फुलवारीशरीफ में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को संचालित करने के कारण पीएफआइ व एसडीपीआइ संगठन के खिलाफ दर्ज दो मामलों के सारे अभिलेख एसीजेएम नौ से एनआइए की विशेष अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया है. उक्त मामले की जांच का जिम्मा एनआइए के पास है. उक्त दोनों मामले पहले फुलवारीशरीफ थाने में दर्ज किया गया था, लेकिन राष्ट्र से जुड़ा मामला होने के कारण अब एनआइए को कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. एनआइए ने 15 जुलाई को दर्ज फुलवारीशरीफ थाना कांड संख्या 840/22 को स्पेशल 8/22 के रूप में धारा 121, 121 ए, 120 बी, 505 बी, 153 ए भादवि व 66 आइटी एक्ट के तहत दर्ज किया है. जबकि फुलवारीशरीफ थाने में 13 जुलाई 2022 को दर्ज कांड संख्या 827/2022 को एनआइए कोर्ट ने स्पेशल 7/22 के रूप में धारा 120,120 बी, 121,121 ए, 153 ए, 153 बी व 34 के तहत 22 जुलाई को दर्ज की है.इस मामले में अतहर परवेज, मो जलालुद्दीन, समीर अख्तर, रियाज, सनाउल्लाह, तौशीफ आलम समेत 26 को अभियुक्त बनाया गया है.

संगठन के कई लोग हुए गिरफ्तार

बता दें कि फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल से जुड़े अतहर परवेज और जलालुद्दीन का केस नंबर RC 31/2022/NIA/DLI है, जबकि मरगूब उर्फ ताहिर से जुड़े केस का नम्बर RC 32/2022/NIA/DLI है. इन दोनों ही केसों की जांच का काम NIA कर रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इन दोनों मामलों में कोई बड़ा खुलासा किया जाएगा. इस मामले में राज्य के विभिन्न जिलों में छापेमारी चल रही है। इसके साथ ही संगठन से जुड़े एक्टिव और स्लिपर सेल के लोगों की लगातार गिरफ्तारी हो रही है।

NIA के डीएसपी कर रहे हैं जांच की अगुवाई

एनआईए के मुताबिक, अतहर परवेज और जलालुद्दीन के केस की जांच जो टीम कर रही है, उसकी अगुवाई यूपी एनआइए के डीएसपी विपिन कुमार कर रहे हैं. इस मामले में शिकायतकर्ता फुलवारी शरीफ थाने के एसएचओ एकरार अहमद खान हैं. एनआईए ने बताया कि फुलवारी शरीफ पुलिस स्टेशन के एसआई राजेश कुमार की शिकायत पर मरगूब उर्फ ताहिर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस केस की जांच लखनऊ एनआईए के इंस्पेक्टर आशुतोष प्रधान की अगुवाई में हो रहा है.

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