संवाददाता, पटना
गंगापथ सटे पीएमसीएच के गेट के पास एंबुलेंस चालक विनय कुमार दास की हत्या के मामले में पीरबहोर थाने की पुलिस पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है. इनमें मुख्य अभियुक्त मोनू, अमन, राजेश, निखिल गुप्ता व एक अन्य शामिल हैं.आरोपितों के पास से पुलिस ने दो पिस्टल, एक मैग्जिन, एक बुलेट बाइक व अन्य सामान बरामद किये हैं. मिली जानकारी के अनुसार कुछ महीने पहले ही विनय पीएमसीएच से एंबुलेंस चलवाना शुरू किया था. इसकी जानकारी मोनू को हुई, तो वह कमिशन मांगने लगा. लेकिन, विनय ने इन्कार कर दिया. इसी को लेकर 25 दिसंबर की रात को बाइक सवार मोनू व उसके साथी ने विनय की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है. पीरबहोर थाने की पुलिस का कहना है कि जल्द ही खुलासा होगा. छापेमारी जारी है. मोनू गोपालपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है. वह घटना के बाद अपने दोस्तों के साथ पश्चिम बंगाल में सरकारी रेलवे क्वार्टर में छिपा था. गुप्त सूचना पर पीरबहोर थाने की पुलिस ने उसे रेलवे क्वार्टर से गिरफ्तार किया. फिर उसकी निशानदेही पर एसकेपुरी थाने की पुलिस राजापुर पुल के पास मोती भवन स्थित एक लॉज में छापेमारी की. यहां से पुलिस दार्जलिंग के रहने वाले निखिल गुप्ता को गिरफ्तार किया. उसी के पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, मैग्जिन व बुलेट बाइक बरामद की. 25 दिसंबर की रात में विनय की हत्या के बाद मोनू वहां से अपने साथियों के साथ फरार हो गया. मोनू के पिता रेलकर्मी हैं और पश्चिम बंगाल में पदस्थापित हैं. मोनू ने दी थी धमकी, रात में एंबुलेंस चलाना बंद करो, नहीं तो अंजाम भुगतने को तैयार रहो
दर्ज एफआईआर में मृत विनय कुमार दास की पत्नी संगीता ने पुलिस से कहा है कि घटना से पहले विनय अपने चालक भोला और साथी रितेश के साथ एंबुलेंस में बैठे थे. तभी मोनू अपने साथियों के साथ वहां पहुंचा. विनय से बातचीत के बाहने मोनू उसे किनारे ले गया. मोनू के साथ कई और लोग थे. बदमाशों ने पहले विनय के साथ मारपीट शुरू की. विनय वहां से भागने लगा, तब दो गोली मार कर उसकी हत्या कर दी गयी. विनय ने मोनू को कमिशन देने से मना कर दिया था. इस बात को लेकर दोनों के बीच तनातनी चल रही थी. मोनू ने रात को एंबुलेंस चलाने से मना किया था और नहीं मानने पर कहा था कि अंजाम भुगतने को तैयार हो जाओ. बिकाऊ की हत्या के बाद गिरोह को लीड करने लगा मोनू : पीएमसीएच से एंबुलेंस चलवाने वालों का अपना गिरोह है. बिकाऊ की हत्या के बाद इस गिरोह को मोनू लीड करता है. पोस्टमार्टम के बाद रात में अगर एंबुलेंस किसी को लेकर कहीं जाता है, तो उसका चार्ज अधिक लेता था. मोनू ने विनय को मना किया था कि तुम्हारा एंबुलेंस रात में नहीं चलेगा. विनय ने मोनू की इस बात को भी नहीं माना. इसके बाद दोनों के बीच की अदावत बढ़ गयी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है