पटना. राजधानी पटना से सटे बाढ़ अनुमंडल अस्पताल से सोमवार को एक शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है। अस्पताल में एंबुलेंस नहीं मिलने पर परिजन अपने बेटे को कलेजे से लगाकर बाइक से दाह संस्कार करने ले गए. बताते चलें कि यह अनुमंडल अस्पताल करीब 13,264 करोड़ की लागत से बना है.
डूब रहे चार बच्चों में से दो की बची जान
दरअसल, यह मामला बाढ़ अनुमंडल के पंडारक प्रखंड के मंझिला बीघा की है. सोमवार को फोरलेन के बगल में बनी बोरिंग के गड्ढे में चार बच्चे स्नान कर रहे थे. स्नान करने के दौरान चारों बच्चे डूबने लगे। मौके पर मौजूद लोगों ने दो बच्चों को तो बचा लिया, लेकिन दो बच्चे की मौत डूबने से हो गई। मृतक बच्चे अलग-अलग परिवारों के थे। इनकी पहचान गोलू कुमार (12 साल) और दूसरे का कल्लू कुमार (12 साल) के रुप में हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चे घास काटने वहां गए थे. इसी क्रम में वे लोग बोरिंग के पास चले गए और स्नान करने लगे. इसी क्रम में दो की डूबने से मौत हो गई जबकि दो को बचा लिया गया. मृत बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए बाढ़ अनुमंडल अस्पताल लाया गया.
अस्पताल शव वाहन नहीं है
मृतक दो किशोरों के उनके परिजन कभी हाथों में शव लेकर घूम रहे थे तो कभी बाइक पर लेकर बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में चक्कर काट रहे थे. परिजनों का आरोप है कि जब वे लोग अनुमंडल अस्पताल पहुंचे, तब अस्पताल प्रबंधन ने एम्बुलेंस नहीं दी. जबकि, वहां एक एंबुलेंस लगा हुआ था. इसके बाद दोनों किशोरों के शव बाइक से ले जाए गए। अस्पताल के कर्मियों से जब फोन पर इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि शव वाहन नहीं है, इसलिए परिजन बाइक से शवों को ले गए. इधर, पटना की सिविल सर्जन डॉ कुमारी विभा सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जानकारी मिली हैं. ऐसा कैसे हुआ है हम इसकी जांच करवाते हैं.