अमित शाह 20 दिन में दूसरी बार पहुंचे बिहार, नीतीश कुमार फिर रहे निशाने पर, जानें इसके सियासी मायने

Amit Shah Bihar Visit गृहमंत्री अमित शाह ने नीतीश कुमार और लालू प्रसाद पर तंज कसते हुए कहा कि जेपी के शिष्य कांग्रेस की गोदी में बैठे हैं. इन दोनों ने जेपी के विचार को त्याग दिया और उस कांग्रेस की गोद में जाकर बैठ गए हैं जिसके खिलाफ जीवन भर जेपी संघर्ष करते रहे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2022 2:04 PM
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Amit Shah Bihar Visit केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 20 दिनों के बाद बिहार पहुंचे. जेपी के जयंती पर अमित शाह उनकी जन्मभूमि सिताबदियारा में आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और जेपी को अपनी श्रद्धांजलि दी.उनके साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे. कार्यक्रम में गृहमंत्री ने जमकर बिहार के सीएम नीतीश पर निशाना साधा. गृहमंत्री बार बार नीतीश कुमार और लालू प्रसाद को यू ही अपने निशाने पर नहीं ले रहे हैं.

अमित शाह के बिहार दौरे का राजनीतिक मायने

इसके अपने राजनीतिक मायने हैं. यही कारण है कि वे बिहार में नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं. दरअसल, बीजेपी को यह पता है कि बिहार में सत्ता से बाहर होने के बाद आगामी चुनाव में उसे कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.यही एक बड़ा कारण है कि अमित शाह ने बिहार की कमान खुद अपने हाथ में ले रखी है. विधान सभा चुनाव तो बिहार में 2025 में होने हैं,लेकिन 2024 में होने वाला लोकसभा चुनाव में अपनी सीटों को बचना एक बड़ा टास्क है.

अमित शाह के निशाने पर नीतीश कुमार

यही कारण है कि अमित शाह अपनी सभा में नीतीश कुमार को अपने निशाने पर लेने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे हैं. सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने नीतीश कुमार और लालू प्रसाद पर तंज कसते हुए कहा कि जेपी के शिष्य कांग्रेस की गोदी में बैठे हैं. इन दोनों ने जेपी के विचार को त्याग दिया और उस कांग्रेस की गोद में जाकर बैठ गए हैं जिसके खिलाफ जीवन भर जेपी संघर्ष करते रहे. अमित शाह ने नीतीश और लालू प्रसाद पर तंज कसते हुए आगे कहा कि जेपी का नाम लेकर जेपी के सिद्धांतों के खिलाफ काम करने वाले लोगों के साथ हाथ मिला लिया ऐस लोगों को बिहार की सत्ता बाहर करना है.उन्होंने कहा कि बिहार में जेपी आंदोलन के दो प्रोडक्ट हैं.उनमें एक पांच बार पाला बदलने वाले हैं. अब बिहार की जनता को यह तय करना है कि जेपी की राह पर चलने वाली भाजपा चाहिए या जेपी की राह से भटकने वाले लोग चाहिए.

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