Anant Singh V/S Sonu Monu: बर्तन धोने से कुख्यात बनने तक की कहानी, अनंत सिंह पर फायरिंग करने वाले सोनू की पढ़िए जुबानी
Anant Singh V/S Sonu Monu मोकामा गोलीबारी में पुलिस ने सोनू-मोनू पर हेमजा गांव निवासी मुंशी के घर पर जाकर पत्नी के साथ मारपीट करने और घर पर ताला लगाने का आरोप लगा है.
Anant Singh V/S Sonu Monu मोकामा गोलीबारी के बाद शुक्रवार को पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू ने सरेंडर कर दिया. कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.अनंत सिंह को पटना के बेऊर जेल में भेज दिया गया.वहीं,इसी मामले में पुलिस ने सोनू को फुलवारीशरीफ जेल भेजा गया है. सरेंडर करने से पहले प्रभात खबर के साथ बातचीत में सोनू ने अपनी कहानी शेयर करते हुए कहा कि मैं तो रोजी रोजगार की तलाश में था. बर्तन धोकर अपना जीवन निर्वाह कर रहा था.लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था.
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10 रुपया में दिन गुजारा हूं
अपनी गिरफ्तारी से पहले सोनू ने प्रभात खबर को बताया कि मैं कोई जन्म जात पैसा वाला नहीं था. पैसे के महत्व को समझता हूं. यही कारण है कि मेरे साथ पैसे को लेकर कोई छल करता है तो मैं काफी नाराज हो जाता हूं. अपने मैनेजर अशोक के घर में ताला लगाने और उसके साथ मारपीट से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए सोनू ने ये बात कही. सोनू ने कहा कि 10 रुपया में भी पटना में पूरा दिन गुजारा हूं. बर्त्तन भी धोया हूं. ऐसा नहीं है कि जो कुछ दिख रहा है सब कुछ मुझे विरासत में मिल गई थी. इसके लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था.
मैनेजर घर में लगा दिया था ताला
सोनू-मोनू का ईंट-भट्टा का कारोबार है. सोनू-मोनू ने मैनेजर हेमजा गांव के मुकेश पर आरोप लगाया कि उसने 65 लाख रुपये का गबन कर लिया है. इसके बाद सोनू-मोनू ने मुकेश के घर में ताला लगा दिया. मुकेश ने इसकी शिकायत अनंत सिंह से की. अनंत ने पहले सोनू-मोनू से बात की, लेकिन इसके बाद भी ताला नहीं खोला. बाद में मुकेश ने पुलिस से शिकायत की और पुलिस ने ताला खुलवाया.
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