भाजपा छोड़ कांग्रेस में आये अनिल शर्मा, तीन बार रह चुके हैं बिक्रम से विधायक
बिक्रम से तीन बार विधायक रहे अनिल शर्मा ने भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. अनिल शर्मा पिछले दो बार से चुनाव हार रहे हैं. ऐसे में उन्होंने कांग्रेेस से उम्मीद जतायी है कि उन्हें 2025 में पार्टी बिक्रम से अपना उम्मीदवार बनायेगी.
पटना. लोकसभा चुनाव से पहले पाला बदलने का दौर जारी है. बिहार के बिक्रम विधानसभा क्षेत्र से 3 बार विधायक रहे अनिल कुमार शर्मा ने भाजपा से रिश्ता तोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई है. भाजपा से पाला बदलकर कांग्रेस में जाने के पीछे 2025 का चुनाव बड़ा कारण माना जा रहा है. वो इस बार कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर बिक्रम से चुनाव लड़ेंगे.
प्रदेश अध्यक्ष ने दिलायी सदस्यता
नौबतपुर में आयोजित मिलन समारोह में अनिल शर्मा ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान अखिलेश सिंह सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद थे. कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद भाजपा के पूर्व विधायक अनिल शर्मा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिक्रम विधानसभा उनका शुरू से क्षेत्र रहा है. 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी वो यहीं से चुनाव लड़ेंगे. शर्मा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी उन्हें बिक्रम से टिकट देगी.
Also Read: मुजफ्फरपुर का खादी मॉल होगा पटना से खास, एक हजार बुनकरों को मिलेगा रोजगार
कांग्रेस से उम्मीद
अनिल शर्मा सबसे पहले लोजपा के टिकट पर बिक्रम के विधायक बने थे. दूसरी बार भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की. भाजपा ने उन्हें तीसरी बार भी विधायक बनने का मौका दिया और बीजेपी की टिकट पर जीत हासिल की. वही 2015 में चौथी बार भाजपा के टिकट पर विधासभा चुनाव लड़े, लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा. इसके बाद फिर पांचवी बार 2020 में इसी सीट पर निर्दलीय लड़े, लेकिन कांग्रेस के सिद्धार्थ सौरभ से वो चुनाव हार गये. अब 2025 की तैयारी में जुट गये है. उन्हें पूरा विश्वास है कि 2025 में कांग्रेस उन्हें बिक्रम से अपना उम्मीदवार बनाएगी.