पटना जिला परिषद अध्यक्ष चुनाव में अंजू देवी जीतीं, रेहाना परवीन को मिले 5 वोट, पूर्व अध्यक्ष ने किया मतदान का बहिष्कार

पटना जिला परिषद अध्यक्ष पद के लिए अंजू देवी ने चुनाव जीता है. उनकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी रेहाना परवीन थीं. पूर्व अध्यक्ष कुमारी स्तुति गुप्ता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद यह पद रिक्त हो गया था.

By Anand Shekhar | June 26, 2024 5:11 PM

Patna Zila Parishad President election: पटना जिला परिषद अध्यक्ष का चुनाव बुधवार को समाहरणालय भवन में हुआ. जिसमें अंजू देवी ने जीत दर्ज की. चुनाव में अंजू देवी को 33 वोट मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी अथमल गोला से क्षेत्र संख्या 38 की सदस्य रेहाना परवीन को 5 वोट मिले. निवर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी स्तुति गुप्ता वोटिंग शुरू होने के पहले ही मतदान का बहिष्कार कर वहां से बाहर निकल चुकी थी.

पूर्व अध्यक्ष ने किया मतदान का बहिष्कार

अंजू देवी पहले भी जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी हैं. वे जल्द ही नई अध्यक्ष के रूप में शपथ लेंगी. पटना जिला परिषद में निर्वाचित सदस्यों की संख्या 44 है. जीतने के लिए 23 सदस्यों का समर्थन चाहिए. जिसमें अंजू देवी को 33 वोट मिले, रेहाना को पांच और एक वोट अवैध रहा. तीन सदस्य अनुपस्थित रहे और दो ने चुनाव का बहिष्कार किया, जिसमें एक थी जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष कुमारी स्तुति गुप्ता. उन्होंने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए मतदान का बहिष्कार किया.

अविश्वास प्रस्ताव के कारण खाली हुआ था पद

पटना जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष कुमारी स्तुति गुप्ता के खिलाफ चंद महीने पहले अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद जिला परिषद अध्यक्ष का पद खाली हुआ. पद खाली होने पर राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव कराने का आदेश पारित किया था और बुधवार को चुनाव सम्पन्न हुआ. कुमारी स्तुति गुप्ता ने अपने खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आयोजित बैठक में सदस्यों का कोरम पूरा नहीं होने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की है. याचिका पर 29 जुलाई को सुनवाई होनी है.

माकपा ने अंजू देवी के विजय होने पर दी बधाई

माकपा के पटना जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी ने पटना जिला परिषद के अध्यक्ष के चुनाव में अंजू देवी के विजय होने पर बधाई देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में पटना जिला में विकास की गति तेज होगी. अंजू देवी पहले भी अध्यक्ष पद पर रह चुकी है. उनके कार्यकाल में कुछ अच्छे कार्य भी हुए थे. आशा हैं पुनः विकास के अधूरे कार्य को पूरा करेगी.

Also Read: कुवैत अग्निकांड में जान गंवाने वाले कालू खान का शव 14 दिन बाद पहुंचा दरभंगा, अगले महीने थी शादी

Next Article

Exit mobile version