एंटनी ब्लिंकन अमेरिकी विदेश मंत्री के बयान पर वीआईपी पार्टी ने शनिवार को केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि यह गंभीर बात केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर विचार करना चाहिए. बताते चले कि कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था है कि भारत में, हम धर्मांतरण विरोधी कानूनों, अभद्र भाषा और अल्पसंख्यक धर्म समुदायों के सदस्यों के घरों और पूजा स्थलों को ध्वस्त करने में चिंताजनक वृद्धि देख रहे हैं.
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने उक्त बयान पर शनिवार को केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने कहा कि हमारा देश लोकतंत्र और सहिष्णुता का प्रतीक बना रहे इसके लिए लगातार प्रयास किया जाना चाहिए और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के बयान पर केंद्र सरकार को अपना विरोध व्यक्त करना चाहिए. देव ज्योति ने आज कहा कि यह कोई आज की बात नहीं है जब अमेरिका भारत की धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर अपनी बात रखी है।
देव ज्योति ने कहा कि भारत की पहचान एक लोकतांत्रिक देश के रूप में है, जहां सभी समुदायों का सम्मान किया जाता है। ऐसे में अमेरिका की यह टिप्पणी आज देश की बदलती परिस्थिति की ओर इंगित करती है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति बिना किसी डर या पूर्वाग्रह के अपने पसंद के धर्म का पालन करने के लिए स्वतंत्र हो।उन्होंने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि हाल में ही लोकसभा चुनाव परिणाम से भी यह साबित हो गया है देश की जनता भी किसी भी स्थिति में संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए खड़ी है।