कैंपस : अनुग्रह बाबू व श्रीबाबू को मिले भारत रत्न की उपाधि
पूर्व कुलपति प्रो सुभाष प्रसाद ने श्रीबाबू व अनुग्रह बाबू के कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि वे हमेशा राज्य व देशहित के लिए कार्य करते रहे हैं.
– एएन कॉलेज के स्थापना दिवस सह अनुग्रह नारायण सिन्हा की जयंती पर बोले पूर्व राज्यपाल
– एएन काॅलेज के 68वें स्थापना दिवस पर वार्षिक पत्रिका अनुग्रह ज्योति का विमोचन
संवाददाता, पटना
स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर बिहार के विकास के लिए अनुग्रह बाबू व श्री बाबू के अहम योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उनके योगदान को देखते हुए भारत रत्न की उपाधि देने के लिए आवश्यक निर्णय लिया जाना चाहिए. ये बातें मुख्य अतिथि नागालैंड व केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने कहीं. एएन कॉलेज परिसर में बिहार विभूति डॉ अनुग्रह नारायण सिन्हा की 137वीं जयंती व महाविद्यालय के 68वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं. कार्यक्रम का शुभारंभ परिसर में अनुग्रह बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि के साथ किया. पूर्व कुलपति प्रो सुभाष प्रसाद ने श्रीबाबू व अनुग्रह बाबू के कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि वे हमेशा राज्य व देशहित के लिए कार्य करते रहे हैं. पूर्व विधायक नरेंद्र प्रसाद ने अनुग्रह बाबू के साथ संबंधों और उनके द्वारा बिहार में किये गये कार्यों का वर्णन किया. इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक और मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो अरुण कुमार सिंह ने भी अनुग्रह बाबू के संबंध में अपने विचार प्रकट किये. कार्यक्रम का संचालन डॉ रत्ना अमृत ने जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. कलानाथ मिश्र ने किया. मौके पर कॉलेज के वार्षिक पत्रिका ‘अनुग्रह ज्योति’ का भी विमोचन किया गया. पत्रिका का विमोचन अतिथि के अलावा पत्रिका के प्रधान संपादक प्रो कलानाथ मिश्र, डॉ रत्ना अमृत समेत मंडल के सदस्य डॉ संजय कुमार सिंह व डॉ विद्याभूषण भी मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है