विश्वकप में निशाना साधेगी बिहार की बेटी अंशिका कुमारी, भारतीय तीरंदाजी टीम में हुआ चयन

Archery World Cup 2025: अंशिका का चयन इस बात का प्रतीक है कि बिहार के खिलाड़ियों में जब सही मार्गदर्शन और संसाधन मिलते हैं, तो वे बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं. 2025 के तीरंदाजी वर्ल्ड कप में अंशिका का प्रदर्शन पूरे देश द्वारा करीबी निगाहों से देखा जाएगा. यह उनके लिए एक अवसर है जहां वह अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर सकती हैं और अंतरराष्ट्रीय मंच पर बिहार को गर्वित कर सकती हैं.

By Ashish Jha | January 15, 2025 1:26 PM

Archery World Cup 2025: पटना. बिहार की बेटी अंशिका कुमारी का तीरंदाजी विश्व कप 2025 के लिए सीनियर भारतीय तीरंदाजी टीम में चयन हुआ है. इस उपहल्धि की जानकारी बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण ने दी है. तीरंदाजी विश्व कप 2025 के नजदीक होने पर अब सभी की निगाहें अंशिका पर होंगी. इस बार वो देश का प्रतिनिधित्व करती नजर आएंगी और वैश्विक मंच पर अपना बेस्ट देने का प्रयास करेंगी.

बिहार के खिलाड़ियों को मिलेगी प्रेरणा

रवीन्द्रण शंकरण ने बताया कि यह बिहार के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है. बिहार की बेटी अंशिका देश की प्रतिष्ठित तीरंदाजी खिलाड़ियों के साथ भारतीय टीम की सदस्य बनी है. दीपिका, अंकिता और सिमरनजोत के साथ बिहार की बेटी भारतीय टीम का गौरव बढ़ा रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि अंशिका कुमारी का राष्ट्रीय तीरंदाजी टीम में चयन बिहार के अन्य खिलाड़ियों को बहुत प्रेरित और प्रोत्साहित करने वाला है. उन्होंने आगे कहा कि यह बिहार की तीरंदाजी टीम को बढ़ावा देने का काम करेगा. अंशिका को देखकर यहां कई खिलाड़ी आने वाले वक्त में आगे आएंगे. इसी के साथ बिहार खेल प्राधिकरण के महानिदेशक ने अंशिका कुमारी से मेडल लाने की उम्मीद जताई है. ऐसे में अब बिहार के लोगों की नजरें अंशिका के खेल पर होंगी. उम्मीद है कि वैश्विक मंच पर अपना बेस्ट देने का प्रयास करेंगी.

छोटी सी उम्र में ही तीरंदाजी में दिखाई गहरी रुचि

अंशिका का तीरंदाजी के क्षेत्र में सफर दृढ़ संकल्प और निरंतर मेहनत का प्रतीक है. बिहार के एक छोटे से गांव से आने वाली अंशिका का राष्ट्रीय और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान हासिल करना किसी प्रेरणा से कम नहीं है. छोटी उम्र से ही अंशिका ने तीरंदाजी में गहरी रुचि दिखाई. उनके परिवार ने उनके इस जुनून को पहचाना और हर मुश्किल के बावजूद उनका पूरा समर्थन किया. राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के बाद, उन्होंने भारतीय तीरंदाजी संघ द्वारा आयोजित ट्रायल्स के दौरान चयनकर्ताओं को प्रभावित किया और सीनियर टीम में अपनी जगह बनाई.

खेल प्राधिकरण की अहम भूमिका

बिहार राज्य खेल प्राधिकरण ने अंशिका की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उन्हें बेहतरीन प्रशिक्षण सुविधाएं और आधुनिक उपकरण मिले. उनके समर्थन को स्वीकार करते हुए अंशिका ने अपनी कृतज्ञता व्यक्त की और कहा, “यह उपलब्धि मेरे कोच की मार्गदर्शन, मेरे परिवार के अडिग समर्थन और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं के बिना संभव नहीं होती. मैं भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्साहित हूं और अपने राज्य और देश को गर्व महसूस कराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी.” अंशिका के परिवार में खुशी की लहर है. उनके पिता ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारी बेटी इतनी ऊंचाइयों तक पहुंचेगी. यह हमारे लिए गर्व का पल है. हम आशा करते हैं कि वह आगे भी उत्कृष्टता प्राप्त करे और देश को गौरव प्रदान करे.”

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