नीट पेपर लीक मामले में कई और मेडिकल छात्रों की गिरफ्तारी संभव, सेटर शशिकांत पूछताछ में उगलेगा कई राज
नीट पेपर लीक मामले में शामिल लोगों की लगातार गिरफ्तारी हो रही है. सीबीआई गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर मास्टरमाइंड संजीव मुखिया तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. सीबीआई ने अब इस मामले में तीन और आरोपियों को पूछताछ के लिए 10 दिन की रिमांड पर लिया है
NEET Paper Leak: नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामले में शनिवार को पटना की विशेष अदालत ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों को पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड पर सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया है. सीबीआई ने रविवार को राजस्थान के भरतपुर मेडिकल कॉलेज के छात्र कुमार मंगलम विश्नोई और दीपेंद्र शर्मा तथा पटना से गिरफ्तार एक सेटर शशिकांत पासवान को विशेष प्रभारी न्यायिक दंडाधिकारी धनंजय पांडेय के समक्ष उनके आवासीय कार्यालय में पेश किया, जहां इन तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में ले लिया गया.
उसके बाद सीबीआई ने अदालत में आवेदन देकर इन तीनों आरोपियों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की प्रार्थना की. अदालत ने आवेदन स्वीकार करते हुए इन तीनों आरोपियों को 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया. उधर, शनिवार को विशेष अदालत ने मुख्य आरोपी रॉकी की रिमांड अवधि बढ़ा दी थी.
सेटर शशिकांत पासवान से अहम सुराग मिलने की उम्मीद
सीबीआई सूत्रों का कहना है कि सेटर शशिकांत पासवान से पूछताछ में कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है. शशिकांत भी नीट पेपर लीक मामले से जुड़े कई लोगों के संपर्क में है. सीबीआई राजस्थान के दो मेडिकल छात्रों को रिमांड पर लेकर रॉकी के सामने पूछताछ करेगी. सूत्रों के अनुसार ये दोनों सॉल्वर प्रश्नपत्र हल करने के लिए चार मई की देर रात हजारीबाग में मौजूद थे.
वहीं, सेटर शशिकांत पासवान मुख्य रूप से रॉकी और पंकज कुमार उर्फ आदित्य का खास सहयोगी है. वह संजीव मुखिया व अन्य का भी करीबी है. पंकज की तरह वह भी एनआईटी जमशेदपुर से पासआउट था और दोनों ने साथ में पढ़ाई की थी. पंकज सिविल इंजीनियर है, जबकि शशिकांत इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है. प्रश्नपत्र हल करने की पूरी प्रक्रिया में दोनों काफी सक्रिय रूप से शामिल थे और सॉल्वरों को मैनेज करने में इनकी अहम भूमिका मानी जाती है
कई और मेडिकल छात्रों की भी गिरफ्तारी संभव
नीट पेपर लीक मामले में शामिल लोगों की लगातार गिरफ्तारी हो रही है. सीबीआई गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर मास्टरमाइंड संजीव मुखिया तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. लेकिन संजीव मुखिया अभी भी सीबीआई के चंगुल से दूर है. गिरफ्तारी से बचने के लिए संजीव मुखिया ने कोर्ट से आदेश ले लिया है, जिस पर सोमवार को सुनवाई होगी.
रॉकी की रिमांड अवधि बढ़ने के बाद सीबीआई उसे गिरफ्तार मेडिकल छात्रों के सामने बैठाकर पूछताछ करेगी. मेडिकल छात्र सॉल्वरों की गिरफ्तारी का दायरा भी लगातार बढ़ रहा है. एम्स पटना और रिम्स रांची से यह राजस्थान तक पहुंच चुका है. सीबीआई सूत्रों का कहना है कि सॉल्वर गिरोह के कुछ और लोग उनकी रडार पर हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.
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अब तक करीब 35 गिरफ्तार
पांच मई को पूरे देश में नीट यूजी की परीक्षा हुई थी. इस परीक्षा के दौरान गड़बड़ी करने के आरोप में पटना के शास्त्री नगर थाना प्रभारी अमर कुमार ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया और शास्त्री नगर थाना कांड संख्या 358/ 2024 के रूप में प्राथमिकी दर्ज की. बाद में मामला आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दिया गया. उसके बाद प्रश्न पत्र लीक होने का मामला उजागर हुआ और केंद्र सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी, जिसके बाद 23 जून को सीबीआई अपनी प्राथमिकी आर सी 224/ 2024 के रूप में आइपीसी की धारा 120 बी, 406, 407, 408 और 409 के तहत दर्ज करने के बाद अनुसंधान कर रही है.
अदालत में यह मामला आरसी 6इ/ 2024 के रूप में दर्ज है. इस मामले में अब तक करीब 35 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और सीबीआइ कई लोगों को अदालत की अनुमति से पुलिस रिमांड पर लेकर हिरासती पूछताछ कर रही है.