Bihar News: वायु प्रदूषण को लेकर देश की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत ने एक साझा प्रेस वार्त्ता की. इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण केवल दिल्ली और पंजाब की समस्या नहीं है. यह पूरे भारत की समस्या है. केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बिहार के पं. चंपारण, बेतिया, मोतिहारी और अन्य जिले का नाम लिया.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बिहार के इन जिलों में तो दिल्ली या फिर पंजाब में पराली जलाने से धुंआ नहीं जाता है. यह समस्या विकट है. पूरे उत्तर भारत में हवा की स्थिति खराब है. ऐसे में ये वक्त एक दूसरे पर आरोप लगाने का नहीं है. केंद्र को आगे आकर कदम उठाने होंगे जिससे उत्तर भारत को इससे बचाया जाए.
अरविंद केजरीवाल के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में बिहार का नाम लेने के बाद बिहार में प्रदूषण और वायु की गुणवत्ता को लेकर नयी बहस छिड़ गयी है. बता दें कि नवंबर की शुरुआत होते ही बिहार में ठंड यानी मौसम अब तेजी से बदल रहा है. मौसम में बदलाल के चलते वायु प्रदुषण का स्तर भी बढ़ रहा है. शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना समेत अन्य जिलों में वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया. शुक्रवार को कटिहार जिले में वायु प्रदुषण का स्तर सबसे अधिक रहा. यहां AQI Level 400 के पार चला गया. दूसरे नंबर पर दरभंगा, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी जबकि पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 240 रहा.
कटिहार
दरभंगा
मुजफ्फरपुर
मोतिहारी
पटना
बता दें कि बीते दिनों बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्रदेश में वायु प्रदूषण के स्तर को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे. इसी अभियान के तहत पटना में अप्रैल माह से डीजल संचालित वाहनों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. जिसका प्रभाव भी राजधानी की हवा पर देखने को मिल रहा है. शुक्रवार को कटिहार का वायु प्रदुषण स्तर खतरनाक रहा. जबकि राजधानी पटना में वायु प्रदुषण का स्तर यानी AQI Level 240 रहा.
बता दें कि एक्यूआई (Air Quality Index) 50 के नीचे हो तो हवा सबसे अच्छी होती है. 50 से 100 के बीच संतोषजनक और 100 से ऊपर जाने पर इसे प्रदूषित माना जाता है. 100-200 के बीच एक्यूआई को संतुलित, 200-300 के बीच खराब, 300-400 तक बहुत खराब और 400 से ऊपर खतरनाक स्तर होता है. फिलहाल पटना का AQI 240 है, जो बिहार के अन्य जिले से तो बेहतर है. लेकिन स्वास्थ्य के लहजे से अच्छा नहीं है.