संवाददाता, पटना श्रीअरविंद महिला कॉलेज के एनएसएस यूनिट 1, 2 और अखिल भारतीय महिला युवा परिषद केंद्र के संयुक्त सहयोग में विश्व मानवाधिकार दिवस मनाया गया. इस अवसर पर मानवाधिकार : एक परिचय विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया. कॉलेज की प्राचार्या प्रो साधना ठाकुर ने छात्राओं को मानवाधिकारों के महत्व और उनकी प्रासंगिकता पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि मानवाधिकार समाज में समानता, स्वतंत्रता और गरिमा का आधार है. एनएसएस की प्रोग्राम ऑफिसर डॉ गीता कुमारी ने मानवाधिकारों की आवश्यकता और उनके संरक्षण में युवाओं की भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने छात्राओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक रहने और उनका प्रभावी उपयोग करने की प्रेरणा दी. कार्यक्रम का संचालन करते हुए आयोजन सचिव डॉ सपना बरुआ ने मानवाधिकारों के ऐतिहासिक और कानूनी पहलुओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि जागरूकता के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन संभव है. परिचर्चा में लगभग 100 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. कुछ छात्राओं ने मानवाधिकारों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए अपने अनुभव को साझा किया. सभी प्रतिभागियों ने मानवाधिकारों के महत्व को समझने और जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया.
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