यूपी पुलिस के दरोगा का सिर फोड़ कुत्ते से कटवाया, बिहार दबिश देने पहुंची कानपुर सेंट्रल पुलिस टीम पर हमला

फुलवारीशरीफ के गोपाल नगर में कानपुर सेंट्रल पुलिस टीम चोरी के मामले में फरार आरोपित को गिरफ्तार करने पहुंची थी. जहां चोरी के आरोपित को गिरफ्तार किये जाने से नाराज घरवालों ने दारोगा को बंद कर मारपीट की. साथ ही, कुत्ते से नोंचवा दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 18, 2022 1:02 PM

Kanpur/Patna News: फुलवारी में चोरी के आरोपित को गिरफ्तार करने पहुंची यूपी पुलिस के दारोगा को घर में बंद कर पिटाई कर जर्मन शेफर्ड कुत्ते से हमला कराने का मामला सामने आया है. जख्मी दारोगा का फुलवारी पुलिस ने इलाज कराया. वहीं चोरी के आरोपित सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. घायल दारोगा के बयान पर पुलिस टीम पर हमला सरकारी कार्य में बाधा समेत कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.

घरवालों ने पर हमला कर दिया

बताया गया है कि फुलवारीशरीफ के गोपाल नगर में कानपुर सेंट्रल पुलिस टीम चोरी के मामले में फरार आरोपित को गिरफ्तार करने पहुंची थी. जहां चोरी के आरोपित को गिरफ्तार किये जाने से नाराज घरवालों ने दारोगा को बंद कर मारपीट की. साथ ही, कुत्ते से नोंचवा दिया. घायल दारोगा अब्बास ने बताया कि कानपुर सेंट्रल जीआरपी थाना से आरोपित की गिरफ्तारी का वारंट लेकर वह पहुंचे थे. आरोपित संजय अग्रवाल उर्फ संजय गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया. इससे भड़के घरवालों ने उन पर हमला कर दिया.

दारोगा अब्बास का सिर फोड़ दिया

फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष इकरार अहमद ने बताया कि अभियुक्त संजय अग्रवाल उर्फ संजय गुप्ता को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम यूपी से आयी थी. फुलवारी थाना पुलिस उनके साथ संजय गुप्ता के घर गोपाल नगर पहुंची. कानपुर जीआरपी के दारोगा अब्बास हैदर ने आरोपित संजय गुप्ता को पकड़ लिया. उसके पकड़े जाने पर घर में मौजूद आठ दस लोग जिसमें संजय की पत्नी और बेटी-बेटा भी शामिल थे, सभी ने हमला बोल दिया और कमरा बंद कर पीटने लगे. सभी ने पीटकर दारोगा अब्बास का सिर फोड़ दिया और जर्मन शेफर्ड कुत्ते को खोल दिया.

12 लाख के गहनों से भरा सूटकेस कर दिया था गायब

दरअसल, करीब दो माह पूर्व भोजपुर निवासी मुकेश कुमार पांडेय जो दिल्ली में एक बड़ी कंपनी में अधिकारी के पद पर तैनात हैं वह अपनी ससुराल आरा में विवाह में शामिल होने पत्नी और बच्चों के साथ आये थे. विवाह में शामिल होकर वह परिवार के साथ मगध एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे थे. रास्ते में उनका एक सूटकेस गायब हो गया. उसमें करीब 12 लाख का गहना था. उन्होंने कानपुर में जीआरपी में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. जांच में पता चला कि सामान गायब करने वाले ऑल इंडिया श्रीवास्तव गैंग के सदस्य ने इस वारदात को अंजाम दिया है. जांच में यह बात सामने आयी की संजय गुप्ता ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. सीसीटीवी में वारदात के सबूत फोटो भी आयी. इस वारदात में एक और व्यक्ति शामिल था जिसका नाम सुनील गुप्ता है जो मिथिला कॉलोनी नासरीगंज का रहने वाला है. पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर संजय का पता लेकर गिरफ्तार करने पहुंची. संजय ने वारदात को अंजाम देने के लिए एसीटू बोगी में भाई के पते पर टिकट बुक कराया था. आवेदन में अपना मोबाइल नंबर फर्जी दिया था. सुनील की गिरफ्तारी के बाद यह तय हो गया कि वारदात को अंजाम संजय ने दिया था तब कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट लेकर कानपुर सेंट्रल जीआरपी की तीन सदस्यी टीम गोपालनगर में उसकी गिरफ्तारी करने पहुंची थी.

रिपोर्ट: फुलवारी शरीफ संवाददाता और कानपुर से आयुष तिवारी का इनपुट

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