एक दिसंबर से शिक्षकों के आने-जाने का फोटो के साथ बनेगा अटेंडेंस

एक दिसंबर से शिक्षकों के आने-जाने का फोटो के साथ बनेगा अटेंडेंस

By Prabhat Khabar News Desk | November 24, 2024 1:32 AM

– कक्षा आठ से 12 तक के छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग-पॉलिटेक्निक संस्थानों में लेंगे स्किल ट्रेनिंग संवाददाता, पटना शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने शनिवार को ‘शिक्षा की बात’ हर शनिवार के दौरान शिक्षकों और छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि विभाग छात्रों के स्किल ट्रेनिंग को लेकर काम कर रहा है. इस माह ही इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक व आइटीआइ से स्कूलों को जोड़ा जायेगा, ताकि कक्षा आठ से लेकर 12वीं के छात्रों को स्किल ट्रेनिंग मिल सके. इसके लिए एक-दो दिनों के भीतर विभाग की अंतिम बैठक होगी और उसके बाद इसी माह के अंत तक स्कूलों को उनके नजदीकी इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक व आइटीआइ से संबंद्ध करा दिया जायेगा. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सभी स्कूलों में वॉल पेंटिंग का काम होगा. इसको लेकर विभाग ने तैयारी की है, जिसमें विभाग की ओर से यह तय किया जायेगा कि किस क्लास में किस तरह की पेंटिंग होगी. साथ ही, स्कूल की दीवारों पर महापुरुषों के स्लोगन भी रहेंगे. इस संबंध में सभी स्कूलों को पत्र भेज दिया जायेगा.स्कूल टाइमिंग को लेकर भी विभाग के स्तर पर काम किया गया है, जिसमें ऐसे स्कूल जहां कक्षा कम है. उन स्कूलों के हेडमास्टर ही शिक्षकों के लिए फलेक्सिवल टाइमिंग सेट करेंगे, ताकि शिक्षकों को परेशानी नहीं हो और बच्चे भी पूरी क्लास कर पाएं. उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से पोषक, किताब व बैग के लिए जो राशि दी जाती है. वह ऐसे समय में एक साथ दी जायेगी कि हर बच्चा निजी स्कूल की तरह जब अपने स्कूल में पहले दिन पहुंचे, तो उसके पास पोशाक के साथ किताब और बैग भी नया रहे. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि शिक्षक आइ कार्ड और क्यू आर कोड डाउनलोड कर पायेंगे. इसकी व्यवस्था की जा रही है. साथ ही, हर स्कूल में एक घंटे का क्लास होगा, जिसमें खेल व पेटिंग सहित अन्य कार्यक्रम हो सकें. इसकी विभाग के स्तर पर निगरानी होगी. हेडमास्टर को भी इ- शिक्षा पर इस बारे में अपलोड करना होगा. स्कूलों में शौचालय की सफाई के लिए राशि दी जाती है, लेकिन कई जगहों से यह शिकायत मिलती है सफाई कर्मियों को नियमित राशि नहीं देने के कारण सफाई का काम ठीक से नहीं हो पाता है. इसे विभाग जल्द सुनिश्चित करेगा. एस. सिद्धार्थ ने कहा कि स्कूल में गपिसटिक करने वाले व मोबाइल देखने वाले शिक्षकों की संख्या कम है, लेकिन उनसे हम अपील करेंगे कि स्कूल में गपिसटिक नहीं करें. साथ ही, एक दिसंबर से शिक्षकों के आने-जाने की निगरानी फोटो के साथ अटेंडेंस के माध्यम से होगी और जल्द ही विभाग एक एसओपी बनायेगा. इसके माध्यम से बच्चों की शिकायत को सुलझाया जा सके. एसओपी में बाल संसद, स्टूडेंट कमेटी के पास शिकायत निबटारा को लेकर इस एसओपी में नियमानुसार बनाया जायेगा.

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