शुभम कुमार, पटना
Atul Subhash Suicide मेरे बच्चे को इंसाफ दिलाओ भइया. उसे बहुत टॉर्चर किया गया. बहू और उसके मायके वालों ने इतना टॉर्चर किया और वह बस अकेले सहता चला गया. मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से पूरी तरह बेबस होने के बाद उसके पास बस अंतिम रास्ता सुसाइड ही दिखा. एयरपोर्ट के बाहर दहाड़ मारकर रो रही मां…बार-बार बोल रही थी कि कोर्ट रूम में उसके साथ हुआ व्यवहार दिल और दिमाग पर चुभ गया.
इसी वजह से उसने लिखा कि अगर न्याय नहीं मिला, तो मेरी अस्थि कोर्ट के बाहर गटर में डाल देना. ये बातें बुधवार की शाम एयरपोर्ट पर पहुंचे मृतक एआइ इंजीनियर अतुल सुभाष के पिता पवन कुमार मोदी और अंजू देवी मोदी ने कही. उन्होंने कहा कि मेरे बेटे न सब बर्दाश्त किया. खुद झेलता रहा.
अंदर से वह इतना टूट गया कि उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें. इंसाफ के लिए न्यायालय गया, तो वहां भी उसे बेइज्जत किया गया और आत्महत्या को उकसाया गया. बाद में थक हार कर…उसने हम लोगों को छोड़ दिया. बुढ़े मां-बाप का सहारा था मेरा बच्चा…बस उसकी अंतिम इच्छा थी कि उसे इंसाफ चाहिए.
अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी अतुल की मां
दरअसल बेंगलुरु में बेटे एआइ इंजीनियर अतुल सुभाष की मौत की खबर सुनते ही मंगलवार की सुबह मां-बाप और चाचा बेंगलुरु पहुंच गये. वहां बेटे का शव देख उनके होश उड़ गये. बेटे द्वारा 40 पन्नों का सुसाइड नोट और करीब एक घंटे की वीडियो रिकार्डिंग सुन वह दहाड़ मार-मार कर रोने लगी. बेटे का अंतिम संस्कार करने के बाद जब पूरा परिवार बुधवार की शाम पटना एयरपोर्ट पहुंचा, तो मीडिया का हुजूम उमड़ गया.
मां अंजू देवी इंसाफ की गुहार लगाते-लगाते अचानक बेहोश हो गयीं. आनन-फानन में सीआइएसएफ के जवान व अन्य लोगों ने अंजू के मुंह पर पानी के छींटे मारे, जिसके बाद वह होश में आयीं. एयरपोर्ट के कर्मचारी उन्हें अंदर विश्राम गृह में लेकर चले गये. अतुल मूल रूप से समस्तीपुर के वैनी पूसा रोड बाजार का रहने वाला था. पिता पवन कुमार मोदी की मार्केट में एक दुकान भी है.
शादी के एक साल बाद से ही किया जा रहा था प्रताड़ित
समस्तीपुर में अतुल के चचेरे भाई बजरंग अग्रवाल ने बताया कि शादी के एक साल बाद से ही अतुल सुभाष को उनकी पत्नी और ससुराल वालों ने उन्हें प्रताड़ित करने का सिलसिला शुरू कर दिया था. चचेरे भाई बजरंग अग्रवाल ने बताया कि जिस तरह से ससुराल वालों ने प्रताड़ित किया. उससे अतुल मानसिक रूप से हमेशा परेशान रहते थे. उन्होंने बताया कि 2019 में शादी डॉट कॉम के माध्यम से अतुल व निकिता सिंघानिया की शादी हुई थी.
निकिता यूपी के जौनपुर की रहने वाली है. एक साल बाद ही पत्नी ने अतुल को अपने दवाब में लेने की कोशिश शुरू कर दी थी. वह खुद भी काम करती थी. बजरंग के मुताबिक, अतुल की पत्नी चाहती थी कि अतुल परिवार से अलग होकर उसके कहे अनुसार ही चले. जब अतुल इसके लिए नहीं माने, तब पत्नी, सास, ससुर, साले व अन्य ने साजिश रच कर उन्हें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. एक साल में उन्हें 40 बार कोर्ट का चक्कर लगवाया गया.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, बेंगलुरु में एआइ इंजीनियर अतुल सुभाष की खुदकुशी मामले में चार लोगों पर एफआइआर दर्ज की गयी है. एफआइआर में अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम है. अतुल के भाई विकास कुमार ने बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी.
इसी के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना), धारा 3(5) (जब दो या ज्यादा लोग शामिल हों, तो सामूहिक जिम्मेदारी बनती है) का केस दर्ज किया है. अतुल ने 1 घंटे 20 मिनट का वीडियो जारी किया था. इसमें उन्होंने अपनी आपबीती बतायी. अतुल ने यह भी मांग की थी कि अगर उन्हें प्रताड़ित करने वाले बरी हो जाएं, तो अस्थियां कोर्ट के बाहर गटर में बहा दी जाये.
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