वाराणसी-औरंगाबाद और औरंगाबाद-चोरदाहा (पैकेज-2) सिक्सलेन का निर्माण इस साल होगा पूरा
राज्य में स्वर्णिम चतुर्भुज के तहत वाराणसी-औरंगाबाद और औरंगाबाद-चोरदाहा (पैकेज-2) सिक्सलेन का निर्माण करीब 219 किमी लंबाई में करीब 3400 करोड़ की लागत से इस साल पूरा हो जायेगा.
संवाददाता, पटना राज्य में स्वर्णिम चतुर्भुज के तहत वाराणसी-औरंगाबाद और औरंगाबाद-चोरदाहा (पैकेज-2) सिक्सलेन का निर्माण करीब 219 किमी लंबाई में करीब 3400 करोड़ की लागत से इस साल पूरा हो जायेगा. इसके बन जाने से बिहार से उत्तर प्रदेश और झारखंड आने-जाने में लोगों को सुविधा होगी. सूत्रों के अनुसार वाराणसी-औरंगाबाद सिक्सलेन का निर्माण करीब 179.78 किमी लंबाई में करीब 2848 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है. इसमें से करीब 163.85 किमी लंबाई में इसका निर्माण हो चुका है. अन्य बचे हुए हिस्से का निर्माण पूरा करने की समय सीमा 30 जून ,2025 है. ऐसे में इस सड़क का निर्माण करीब 14 साल में पूरा होगा. पहले दो-लेन थी सड़क सूत्रों के अनुसार वाराणसी-औरंगाबाद सड़क पहले दो लेन थी और इसका नाम एनएच-2 था. अब इस सड़क की चौड़ाई बढ़ाकर सिक्सलेन की जा रही है और इसका नया नाम एनएच-19 है. इस सड़क को बेहतर करने के लिए 12 सितंबर, 2011 को निर्माण एजेंसी को जिम्मेदारी दी गयी. उसे नौ मार्च, 2014 को काम पूरा करने की समय-सीमा थी, लेकिन जमीन के अभाव में काम शुरू नहीं हुआ. इस कारण निर्माण एजेंसी को हटाना पड़ा. बाद में फिर से टेंडर कर नये निर्माण एजेंसी को जिम्मेदारी दी गयी. औरंगाबाद-चोरदाहा (पैकेज-2) सूत्रों के अनुसार औरंगाबाद से झारखंड बॉर्डर के पास चोरदाहा तक (पैकेज-2) सिक्सलेन का निर्माण करीब 40 किमी लंबाई में कही 552.55 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है. यह सड़क भी एनएच-2 का हिस्सा है और इसका निर्माण एनएच-2 पर 209वें किमी से 249वें किमी के बीच हो रहा है. इस सड़क के निर्माण की जिम्मेदारी पांच अप्रैल 2022 को निर्माण एजेंसी को सौंपी गई थी. एजेंसी को चार अप्रैल 2024 को इस सड़क का निर्माण पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन इसमें विलंब के कारण इस साल मार्च में सड़क निर्माण पूरा करने की समय-सीमा तय की गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है