बिहार में कृषि के विकास में सहयोग करेगा ऑस्ट्रेलिया

कृषि मंत्री मंगल पांडेय से सोमवार को पटना स्थित कृषि भवन में ऑस्ट्रेलिया के महावाणिज्यदूत ह्यूग बॉयलान से शिष्टाचार मुलाकात की.

By Prabhat Khabar News Desk | August 13, 2024 1:13 AM
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– सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली, कोल्ड चेन तकनीक, जैव विविधता, निर्यात तथा गव्य विकास में सहयोग का मिला भरोसा – कृषि मंत्री मंगल पांडेय व ऑस्ट्रेलिया के महावाणिज्यदूत संग हुई वार्ता संवाददाता, पटना कृषि मंत्री मंगल पांडेय से सोमवार को पटना स्थित कृषि भवन में ऑस्ट्रेलिया के महावाणिज्यदूत ह्यूग बॉयलान से शिष्टाचार मुलाकात की. इस दौरान महावाणिज्यदूत ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया बिहार सरकार को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली, कोल्ड चेन तकनीक, जैव विविधता, निर्यात तथा गव्य विकास में सहयोग कर सकता है. कहा कि ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीयों की ऑस्ट्रेलिया के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है. ऑस्ट्रेलिया भी बिहार के विकास में सहयोग करने को इच्छुक है. कोलकाता स्थित ऑस्ट्रेलियाई महावाणिज्यदूतावास में मुक्त व्यापार तथा मुक्त व्यापार समझौता जैसे अन्य विषयों पर कार्य किये जा रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के कृषि अनुसंधान केंद्र को कई विषयों पर शोध की विशेषज्ञता हासिल है. बिहार में कृषि के क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया के साथ सहयोग की काफी संभावनाएं हैं. जल्द एमओयू हो, टाइम टेस्टेड सॉल्यूशन मिले कृषि मंत्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और बिहार के बीच कृषि के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया जाये. ताकि आने वाले दिनों में ऑस्ट्रेलिया और बिहार के बीच कृषि के क्षेत्र में नये आयाम की शुरुआत की जा सके. कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया से बिहार को कृषि के क्षेत्र में टाइम टेस्टेड सॉल्यूशन उपलब्ध कराने संबंधित संभावनाओं पर चर्चा हुई. बिहार में मखाना एवं मक्का उत्पादों की प्रचुरता पर वार्ता हुई. लीची, मखाना, बीज में सहयोग की संभावनाएं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि ग्रीन हाऊस प्रबंधन में तकनीकी प्रबंधन, जैव विविधता एवं सुरक्षा, हाइड्रोपोनिक, मखाना के हार्वेस्टिंग एवं प्रसंस्करण, लीची की सेल्फ लाइफ बढ़ाने तथा स्मार्ट पैकेजिंग तकनीक, मृद्रा स्वास्थ्य आदि विषयों पर सहयोग की असीम संभावनाएं हैं. मक्का एवं मखाना सहित कई कृषि उत्पादों में बिहार अग्रणी राज्य है. इन उत्पादों के भारत से निर्यात की संभावनाओं सहित कई अन्य विषयों पर ऑस्ट्रेलिया बिहार को सहयोग कर सकता है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में संकर बीज उत्पादन के क्षेत्र में हुए अनुसंधान की जानकारी साझा करने का प्रस्ताव रखा. ताकि बिहार में संकर बीज उत्पादन में इसकी मदद ली जा सके.

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