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बाइपास व बाहरी क्षेत्रों में ऑटो व इ-रिक्शा चालकों ने उड़ायी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां

पटना के सभी प्रमुख रूटों पर ऑटो का परिचालन शुरू हो गया है. लेकिन, लगभग 20 फीसदी ऑटो ही सड़कों पर दिखे. इ-रिक्शा का परिचालन भी अलग-अलग रूटों में 20 से 25 फीसदी के बीच ही रहा. शहर के अंदर कोरोना से बचाव के लिये तय किये गये परिचालन की नयी शर्तों का पालन कमोवेश हो रहा था. बेली रोड, पटना जंक्शन-गांधी मैदान, नाला रोड-कदमकुआं जैसे रूटों में जहां जगह-जगह ट्रैफिक चेकिंग प्वाइंट से होकर गुजरना पड़ता है, दो से ज्यादा यात्री ले जाते ऑटो व इ-रिक्शा चालक नहीं दिखे.

By Prabhat Khabar News Desk | May 24, 2020 12:37 AM

बाइपास व बाहरी क्षेत्रों में ऑटो व इ-रिक्शा चालकों ने उड़ायी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां संवाददाता4पटना पटना के सभी प्रमुख रूटों पर ऑटो का परिचालन शुरू हो गया है. लेकिन, लगभग 20 फीसदी ऑटो ही सड़कों पर दिखे. इ-रिक्शा का परिचालन भी अलग-अलग रूटों में 20 से 25 फीसदी के बीच ही रहा. शहर के अंदर कोरोना से बचाव के लिये तय किये गये परिचालन की नयी शर्तों का पालन कमोवेश हो रहा था. बेली रोड, पटना जंक्शन-गांधी मैदान, नाला रोड-कदमकुआं जैसे रूटों में जहां जगह-जगह ट्रैफिक चेकिंग प्वाइंट से होकर गुजरना पड़ता है, दो से ज्यादा यात्री ले जाते ऑटो व इ-रिक्शा चालक नहीं दिखे.

लेकिन, बाइपास व बाहरी क्षेत्रों में ट्रैफिक मॉनीटरिंग की कमी थी. लिहाजा सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी और एक ऑटो और इ-रिक्शा पर तीन-चार यात्री तक दिखें. इनमें से किसी-किसी ने तो मास्क भी नहीं लगाया था. शनिवार को केवल इवन नंबर वाली ऑटो व इ-रिक्शा को ही सड़क पर निकलने की इजाजत थी. लेकिन, ऑड नंबर वाली गाड़ियां भी कहीं-कहीं दिखीं. शहर में वर्तमान में 14 हजार परमिटधारी ऑटोचालक हैं. जबकि, छह हजार ऐसे ऑटोचालक हैं जिनका परमिट फेल कर गया है या जो ग्रामीण परमिट पर शहरी क्षेत्रों में सेवा दे रहे हैं. इनमें से इवन नंबर के ऑटो की संख्या करीब 10 हजार है जिनको नये प्रावधानों के अनुसार शनिवार को सड़क पर निकलने की अनुमति थी.

लेकिन, इनमें से लगभग चार हजार ही सड़क पर नजर आये.यात्रियों की कमी से बेहाल दिखे ऑटोचालक ऑटो व इ-रिक्शा के सड़क पर बहुत कम दिखने की बड़ी वजह यात्रियों की कमी रही. कुछ खास श्रेणी के दुकानों को खोलने की इजाजत मिलने के बावजूद भी आने-जाने वाले लोगों की बहुत कमी दिखी. इसके कारण ऑटोचालकों को यात्री नहीं मिल रहे थे. एक यात्री लेकर चलने पर ऑटोचालक उससे पूरा किराया देने को कहते, जिसके कारण कई चालकों के साथ यात्रियों की ताना-तानी व बहस भी देखने को मिली. कई यात्री जिनको किराया बढ़ कर दोगुना होने की जानकारी नहीं थी, वे तो उसकी बात सुन कर ही भड़क जाते थे. कई ऑटोचालकों ने बताया कि दोगुना किराया की बात सुन कर कई यात्री इतने नाराज हो गये कि ऑटो से उतर कर पैदल ही जाने लगे. अंत में खाली गाड़ी लेकर जाने की बजाय किराया में ही कुछ कमी कर यात्री को राजी किया और फिर लेकर गये.आज भी ईवन नंबर के गाड़ियों का ही होगा परिचालन : रविवार को केवल ऐसे ऑटो व इ-रिक्शा सड़क पर चलेंगे जिनके नंबर प्लेट का अंतिम नंबर इवन (0, 2, 4, 6, 8) होगा. तय फार्मूले के अनुसार सोम, बुध व शुक्र को ऑड नंबर (1, 3, 5, 7, 9) वाले वाहन चलेंगे. जबकि, मंगलवार, गुरुवार, शनिवार व रविवार को इवन (0, 2, 4, 6, 8) नंबर के वाहन चलेंगे.

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