बिहार में तेज गाड़ी चलाने वालों पर ऑनलाइन लगेगा जुर्माना, पांच सबसे खतरनाक एनएच पर लगाए जाएंगे ऑटोमैटिक कैमरे

बिहार के पांच एनएच पर सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. दुर्घटना को कम करने के लिए विभाग की ओर से पांच सदस्यीय टीम दिल्ली व बेंगलुरु गयी थी. अगले एक से दो माह के भीतर एनएच पर निगरानी बढ़ा दी जायेगी

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2023 2:09 AM

बिहार के सबसे खतरनाक पांच एनएच पर ऑनलाइन निगरानी के लिए ऑटोमैटिक कमैरा लगेगा, जो कि तेज रफ्तार की गाड़ी के नंबर प्लेट को कैच करेगी, ताकि गाड़ी मालिक की पहचान तुरंत हो सके. एनएच पर लगने वाले कैमरों की दूरी एक-दूसरे कैमरे से महज किलोमीटर से भी कम की होगी, ताकि गाड़ी की रफ्तार कितनी भी हो. कैमरे की नजर से बच नहीं सके. परिवहन विभाग ने एनएच पर ऑनलाइन निगरानी करने का पूरा काम बेल्ट्रॉन के सहयोग से करने का निर्णय लिया है.

बिहार से बेंगलुरु और दिल्ली गयी थी पांच सदस्यीय टीम

राज्य के पांच अधिकारियों को बेंगलुरु के एनएच और दिल्ली के जमुना एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक का जायजा लेकर रिपोर्ट बनाने के लिए भेजा था, ताकि इन राज्यों के एनएच पर किस तरह से गाड़ियों का परिचालन होता है.

ऐसे कटेगा चालान, नियम तोड़ने वालों को भेजा जायेगा एसएमएस

एनएच पर ओवर स्पीड और ओवर टेक करने वाली गाड़ियों पर ऑनलाइन जुर्माना लगाया जायेगा. जुर्माना लगाने के बाद चालकों को इसकी सूचना एसएमएस से भेजी जायेगी. वहीं, एनएच पर वैसी गाड़ियां, जो एक ही नियम को तोड़ने के लिए लगातार तीन बार पकड़ी जायेंगी , उनका लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जायेगी.

यहां होते हैं सबसे अधिक हादसे

सबसे अधिक हादसे एनएच- 31 पर हुए, जिसमें 2021 में 520 लोगों की मौत हो गयी. एनएच -28 दूसरे स्थान पर है. यह बेगूसराय, मुजफ्फरपुर व गोपालगंज से होकर गुजरती है. इस 515 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 443 लोगों की मौत हो गयी. तीसरे स्थान पर एनएच- 30 है. वहीं, चौथे नंबर पर एनएच- 57 और पांचवें पर दो एनएच है, जिसमें कैमूर सासाराम व औरगंबाद से होकर गुरजने वाली सड़क है.

Also Read: आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट : फतुहा व धनरूआ में कैंप लगा कर बांटा जाएगा मुआवजा, जानें अब तक का अपडेट

एक से दो माह के भीतर बढ़ा दी जाएगी निगरानी

राज्य परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी ने बताया कि राज्य के पांच एनएच पर सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. दुर्घटना को कम करने के लिए विभाग की ओर से पांच सदस्यीय टीम दिल्ली व बेंगलुरु गयी थी. अगले एक से दो माह के भीतर एनएच पर निगरानी बढ़ा दी जायेगी और अत्याधुनिक तकनीकों का सहारा लिया जायेगा.

https://www.youtube.com/watch?v=oF7mLS7fi8o

Next Article

Exit mobile version