राजधानी पटना की सड़कों पर जाम लोगों के लिए प्रतिदिन की समस्या बन गयी है. शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर पूरे दिन जाम की स्थिति होने से लोगों को अक्सर अपने गंतव्य तक पहुंचने में विलंब हो जाता है. पटना की सड़कों पर जाम की एक बड़ी वजह है ऑटोरिक्शा, ई-रिक्शा व सिटी बस का कहीं भी रुककर सवारी चढ़ाना. प्रमुख सड़कों पर अव्यवस्थित परिचालन एवं चौक चौराहों पर अवैध ठहराव व पार्किंग की वजह से शहर में जाम की समस्या आम हो गयी है, लोगों को इस कारण से काफी मुश्किल का सामना करना पड़ता है.
शहर में सार्वजनिक वाहनों के ठहराव के लिए कुछ सालों पहले 117 स्थानों पर बस स्टॉप बनाए गए थे. लेकिन ये बस एक शोपीस बने हुए हैं यहां न के बराबर ही गाड़ियों का ठहराव होता है. जाम से निजात दिलाने में यातायात पुलिस भी कुछ नहीं कर पाती है. पटना की सड़कों पर लाखों की संख्या में वाहनों की आवाजाही होती है. लेकिन, जाम के कारण गाड़ियां रेंग-रेंग कर चलने को मजबूर होती हैं. शहर की सभी प्रमुख सड़कों व चौक-चौराहों पर आटो व ई-रिक्शा का ऐसा कब्जा होता है कि 100 मीटर की दूरी तय करने में 5 से 15 मिनट तक का समय लग जाता है.
शहर में जाम की इस समस्या से लोगों न सिर्फ आने-जाने में परेशानी होती है बल्कि उनके सेहत पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ता है. जाम में फंसे होने के कारण गाड़ियों से निकलता धुआं लोगों के सेहत पर बुरा असर डाल रहा है. वहीं गाड़ियों के जाम में खड़े होने की वजह से रोजाना वातावरण में प्रदूषण भी बढ़ रहा है साथ ही हजारों लीटर पेट्रोल-डीजल भी बेवजह जल जाता है. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी राष्ट्रीय वायु गुणवता सूचकांक में कहा गया है कि जाम की वजह से राजधानी पटना की हवा दिनों-दिन जहरीली होती जा रही है. इसका एक है कारण पटना में ट्रैफिक प्रबंधक ठीक नहीं होना
Also Read: बिहार का पहला इंडस्ट्रियल कॉरिडोर होने जा रहा तैयार, विभिन्न औद्योगिक सेक्टर के लिए तय किया गया रकबा
पटना जंक्शन गोलंबर, राजेंद्र नगर टर्मिनल एरिया, मीठापुर बस स्टैंड गोलंबर, करबिगहिया, जीपीओ गोलंबर, आर ब्लॉक, कारगिल चौक, मोना सिनेमा के पास का एरिया, एनआईटी मोड राजापुर, आशियाना दीपा मोड़, कुर्जी मोड, पाटलिपुत्र साई मंदिर, रूपसपुर, राजीव नगर क्रासिंग में ऑटो का जमावड़ा रहता है. यह शहर के मुख्य इलाके हैं जहां से अधिकांश लोगों का प्रतिदिन आना-जाना होता है. ऐसे में यहां जाम होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.