क्राइम पेट्रोल देख अविनाश ने रची थी अनुराग की हत्या की साजिश

ठेकेदार अनुराग कुमार की हत्या मामले में पुलिस ने अविनाश को गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ के बाद उसने वारदात को कैसे और कब अंजाम दिया, पूरी जानकारी दी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 4, 2025 12:36 AM

– कॉल कर 3.30 लाख रुपये बकाया देने के लिए बुलाया था फ्लैट पर – घर से निकलते ही अविनाश मिला, दोनों साथ में पहुंचे फ्लैट – 30 दिसंबर को ही चाय में नशीला पदार्थ मिला उसे किया था बेहोश, फिर हथौड़े से सिर कूचा संवाददाता, पटना ठेकेदार अनुराग कुमार की हत्या मामले में पुलिस ने अविनाश को गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ के बाद उसने वारदात को कैसे और कब अंजाम दिया, पूरी जानकारी दी. अविनाश ने उन्हें 30 दिसंबर काे अपने दीघा थाना इलाके में कुर्जी बालू पर मुहल्ले के फ्लैट में बुलाया था. 30 दिसंबर काे अविनाश ने काॅल कर कहा था तुम्हरा जाे 3.30 लाख रकम बकाया है आकर ले लाे. अनुराम बाइक से जगतनाराशण राेड स्थित किराये के मकान से बाइक से रवाना हुए. फ्लैट से कुछ दूरी पर अविनाश से वह मिला फिर दाेनाें साथ में फ्लैट में चले गये. पूछताछ में अविनाश ने बताया कि 30 दिसंबर की रात काे ही चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे बेहाेश कर दिये, फिर हथाैड़े से उसके सिर पर वार कर मार डाला. उसका दावा है कि उसने अकेले हत्या की है. अविनाश ने पुलिस काे बताया कि क्राइम पेट्राेल सीरियल देखकर उसकी हत्या की याेजना बनायी थी, ताकि गिरफ्तारी नहीं हाे सके. सूत्राें के अनुसार, पशु चिकित्सा विवि में ठेकेदारी का काम करने वाला अविनाश काे ऑनलाइन गेम खेलने की लत लग गयी थी. वह अनुराग से रकम लेता था और 10-15 दिनाें में 10-20 फीसदी ज्यादा रकम वापस कर देता था. उसने एक बार 5 लाख और दूसरी बार 2 लाख लिया. इसमें 3 लाख 30 हजार बकाया रह गया था. कई दिनाें से अनुराग रकम की मांग कर रहा थे और कह रहे थे कि जानते नहीं हाे हम माेकामा के रहने वाले हैं. पुलिस में केस कर देंगे. काेई भी घटना तुम्हारे साथ कर देंगे. अविनाश, अनुराग की धमकी से डर गया फिर उसने 10 दिन पहले हत्या की याेजना बनायी कि उसे रास्ते से हटा देना है. उसे इसलिए फ्लैट में बुलाए थे पुलिस और परिजन यहां तक नहीं पहुंच पायेंगे. मामला ठंडा हाेने के बाद लाश काे बाेरा में भरकर नदी में फेंक देते. दो दिन फ्लैट में रूक शव को ठिकाना लगाने की फिराक में था अविनाश अनुराग के भाई और परिजन राेजाना सुबह-शाम बुलाते थे. उनके पास चला जाता था ताकि शक न हाे. एक बार पुलिस ने पकड़ा था पर काेई ठाेस साक्ष्य नहीं हाेने की वजह से पूछताछ के बाद छाेड़ दिया. 30 दिसंबर काे अनुराग के परिजनाें काे पता चल गया था कि अविनाश ने ही उसे बुलाया है. 30 की शाम में हत्या करने के बाद दाे दिन तक उसी फ्लैट में रहे. लाश काे ठिकाना लगाने का माैका नहीं मिला. 3 जनवरी काे परिजन और पुलिस सीसीटीवी देखते हुए अपार्टमेंट तक पहुंच गयी. फिर पुलिस ने काॅल किया ताे एयरपाेर्ट इलाके में था. जब तक पुलिस गेट ताेड़कर शव काे बरामद कर चुकी थी व फिर पुलिस ने एयरपाेर्ट इलाके से गिरफ्तार कर लिया. अनुराग की पत्नी रेशमी कुमारी का दावा है कि उनके पास 10 लाख का लाॅकेट, चेन, घड़ी थी. एक लाख का माेबाइल भी था. माैके से कुछ नहीं मिला. अविनाश ने पति की हत्या अकेले नहीं की है. हत्या में अविनाश के अलावा दाे-तीन और लाेग हैं. क्राइम पेट्रोल देख गिरफ्तारी से बचने के लिए चला चाल गिरफ्तारी से बचने के लिए अविनाश ने अपने स्तर से बहुत दिमाग लगाया. हत्या करने के बाद अविनाश उसकी बाइक काे फ्लैट के नीचे से स्टार्ट किया और जाकर पी एण्ड एम माॅल के पास के पास लगा दिया. उसने यह चालाकी भी की बाइक में चाबी भी छाेड़ दिया ताकि काेई पकड़ाए ताे उसी पर हत्या का आराेप लग जाए. अनुराग के कीमती माेबाइल काे पटना जंक्शन ले जाकर ट्रेन में छाेड़ दिया. वह इसलिए कि उसका पुलिस अगर लाेकेशन लेगी ताे मैं बेदाग बच जाऊंगा पर सारी चालाकी धरी की धरी रह गयी.

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