व्यापारिक दुश्मनी को लेकर हुई थी चांदी कोरोबारी की हत्या
पीरबहोर थाना क्षेत्र में चांदी कारोबारी अवधेश अग्रवाल की हत्या व्यवसायिक रंजिश में हुई थी. आगरा के रहने वाले अवधेश अग्रवाल की हत्या के मामले में पीरबहोर थाने की पुलिस ने दो शूटर सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
संवाददाता, पटना पीरबहोर थाना क्षेत्र में चांदी कारोबारी अवधेश अग्रवाल की हत्या व्यवसायिक रंजिश में हुई थी. आगरा के रहने वाले अवधेश अग्रवाल की हत्या के मामले में पीरबहोर थाने की पुलिस ने दो शूटर सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दोनों शूटरों को आगरा से दिल्ली जाने वाली ट्रेन में छापेमारी कर गिरफ्तार किया. मामले में पुलिस ने मथुरा के रहने वाले दोनों शूटर बृजभूषण दीक्षित उर्फ भूषण पंडित और नीरज गौतम को गिरफ्तार किया है. दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस मथुरा में छापेमारी की और वहां से ब्रजकिशोर गोपाल और निखिल गौतम को गिरफ्तार कर लिया. जांच में यह बात आयी कि निखिल गौतम से अवधेश अग्रवाल की व्यापारिक दुश्मनी थी. निखिल गौतम के चालक ने अपने भाई के सहयोग से शूटर किया हायर निखिल गौतम ने अपनी परेशानी अपने चालक जितेंद्र को बतायी. इसके बाद उससे कहा कि अवधेश अग्रवाल को रास्ते से हटाना है. चालक जितेंद्र अपने चचेरे भाई ब्रजकिशोर गोपाल से इस मसले पर बात की. दोनों भाई ने शूटर भूषण और नीरज गौतम को निखिल से मिलवाया. 20 लाख में शूटआउट की साजिश रची गयी. दोनों शूटरों को 10 लाख दिया गया और 5-5 लाख रुपये जितेंद्र और ब्रजकिशोर ने आपस में बांट लिए. इसके बाद दोनों शूटर को लेकर मथुरा से कार से ही जितेंद्र पटना पहुंचा. यहां कई दिनों तक दोनों शूटर और जितेंद्र ने अवधेश की रेकी की. इसके बाद 27 अक्टूबर की रात को दोनों शूटर ने अवधेश की गोली मारकर हत्या कर दी और सभी यहां से फरार हो गये. मामले में जितेंद्र पूर्व में ही गिरफ्तार हो चुका है. 20 लाख की सुपारी देकर करायी गयी हत्या निखिल भी पटना में चांदी का व्यवसाय करते थे. वहीं अवधेश पटना में ही रहते थे और व्यवसाय करते थे. वे बार बार निखिल पर पटना में व्यवसाय छोड़ने का दबाव बना रहे थे. इस कारण निखिल ने 20 लाख की सुपारी देकर अवधेश अग्रवाल की हत्या करवा दी. सिटी एसपी स्वीटी सेहरावत ने कहा कि 20 लाख की सुपारी देकर हत्या करवायी गई थी. दोनों शूटर कुख्यता अपराधी हैं. दोनों शूटरों भूषण और नीरज की पहचान होने के बाद पुलिस दोनों की तलाश में छापेमारी करने लगी. दोनों बार बार अपना लोकेशन बदलते रहे. दोनों फरारी के दिनों में दिल्ली, जम्मू, मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड घूमते रहे. एक ठिकाने पर दोनों एक या दो दिन से अधिक नहीं रुकते थे. इस कारण पुलिस को कई राज्यों में छापेमारी करनी पड़ी. दोनों शूटर उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी है. दोनों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, आर्म्स एकट और गुंडा एक्ट के तहत कई मामले दर्ज हैं.
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