बिहार में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान चल रहा है. सूबे के स्वास्थय मंत्री मंगल पांडे ने बुधवार को पटना में इस अभियान की शुरुआत कर दी है. बिहार के सभी जिलों में 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों और आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए राज्य सरकार ने 20 नवंबर से 10 दिसंबर 2024 तक एक विशेष अभियान शुरू किया है. बुधवार से इसकी शुरुआत हो चुकी है. इस अभियान का लक्ष्य राज्य में 50 लाख कार्ड बनाने का है.
बिहार में कहां बनेगा आपका आयुष्मान कार्ड?
वहीं, इस विशेष अभियान के तहत राज्य के जन वितरण प्रणाली दुकानों पर शिविर लगाकर कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के विलेज लेवल इंटरप्रेन्योर (वीएलइ) के माध्यम से कार्ड का निर्माण किया जा रहा है. इसके अलावा, 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए पंचायत सरकार भवन, प्रखंड कार्यालय, अनुमंडल कार्यालय, समाहरणालय, मुख्य पार्क, मार्निंग वॉक इत्यादि स्थानों पर डेडिकेटेड काउंटरों पर आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाया जा रहा है.
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आयुष्मान कार्ड बनाने का शिविर शुरू, भागलपुर में 10 दिसंबर तक बनेगा
भागलपुर में आयुष्मान भारत योजना की जिला समन्वयक पूजा भारती ने बताया कि 20 नवंबर से 10 दिसंबर तक शिविर का आयोजन किया जायेगा. इस दौरान सभी ग्राम स्तरीय उद्यमी (वीएलइ) पीडीएस डीलर के पास रहेंगे. पीडीएस डीलर को दायित्व दिया गया है सभी राशन कार्डधारी (जिनका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है) को बुला कर उनका आयुष्मान कार्ड बनायेंगे.
कैंप में बनवा लें अपना कार्ड
डीडीसी ने भागलपुर में तीनों एसडीओ को निर्देश दिया है कि वे अपने स्तर से सभी प्रखंडों के पर्यवेक्षकीय पदाधिकारी को प्रतिनियुक्ति करेंगे, जो प्रतिदिन घूम-घूम कर देखेंगे कि पीडीएस डीलर के यहां वीएलइ कार्य कर रहा है कि नहीं. वीएलइ को पीडीएस की दुकान पर ही बैठना है. जो वीएलइ शिविर में नहीं आयेंगे, उनका लाइसेंस रद्द किया जायेगा. प्रत्येक वीएलइ को प्रतिदिन 50 से 100 आवेदन की जिम्मेवारी है. सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को भी आयुष्मान कार्ड कैंप को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करने के लिए निर्देशित किया गया.
किनका बनेगा आयुष्मान कार्ड?
भागलपुर की जिला समन्वयक ने कहा कि मार्च, 2024 तक के जितने भी राशन कार्ड धारी हैं, वे सभी इस योजना के पात्र हैं. जिले में 27 लाख 20 हजार राशन कार्डधारी हैं, जिनमें से 10 लाख 83 हजार का ही सत्यापन हुआ है. इसके अतिरिक्त 70 वर्ष से ऊपर के जो भी वृद्धजन हैं वे सभी इस योजना के पात्र हैं. भले ही उनका राशन कार्ड में नाम नहीं हो. जिले में 1,200 के लगभग ग्राम स्तरीय उद्यमी (वीएलइ) हैं, जो ग्राहक सेवा केंद्र व वसुधा केंद्र का संचालन कर रहे हैं. इनमें से 606 वीएलइ को जिले के सभी जन वितरण प्रणाली के विक्रेता (पीडीएस डीलर) के साथ टैग किया गया है.