PMCH में बच्चा चोर गिरोह सक्रिय, गरीबों के बच्चे गायब कर लाखों में रईस परिवारों के पास होती है बिक्री…

पटना: पीएमसीएच में दिनदहाड़े बच्चा चोरी की वारदात ने पीएमसीएच की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है. सवाल है कि अजनबी महिला कैसे वार्ड के अंदर पहुंची? तैनात गार्ड सतर्क थे, तो महिला ने कैसे नवजात को चोरी करने की कोशिश की? जानकारों की मानें, तो इन दिनों पीएमसीएच से लेकर शहर के लगभग हर सरकारी अस्पतालों में बच्चा चोर गिरोह सक्रिय हैं. ज्यादातर मामलों में सूनी गोद को भरने के लिए इन बच्चों की चोरी होती है. पिछले डेढ़-दो वर्षों में शहरी अस्पतालों से बच्चा चोरी के करीब आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 26, 2020 1:02 PM

पटना: पीएमसीएच में दिनदहाड़े बच्चा चोरी की वारदात ने पीएमसीएच की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है. सवाल है कि अजनबी महिला कैसे वार्ड के अंदर पहुंची? तैनात गार्ड सतर्क थे, तो महिला ने कैसे नवजात को चोरी करने की कोशिश की? जानकारों की मानें, तो इन दिनों पीएमसीएच से लेकर शहर के लगभग हर सरकारी अस्पतालों में बच्चा चोर गिरोह सक्रिय हैं. ज्यादातर मामलों में सूनी गोद को भरने के लिए इन बच्चों की चोरी होती है. पिछले डेढ़-दो वर्षों में शहरी अस्पतालों से बच्चा चोरी के करीब आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

सॉफ्ट टारगेट पर गरीब व गर्भवती मांसॉफ्ट टारगेट पर गरीब व गर्भवती मां

सूत्रों की मानें तो बच्चा चोरी करने में दलाल-एजेंट से लेकर अस्पतालकर्मी खासकर कुछेक प्राइवेट अस्पताल तक शामिल हैं. शातिरों की नजर नवजात पर होती है, जिसकी कीमत एक लाख रुपये या उससे अधिक वसूली जाती है. गिरोह के सॉफ्ट टारगेट पर गर्भवती या गरीब मां होती हैं. वहीं, बच्चों के खरीदारों में रईस परिवार भी शामिल होते हैं. राजधानी में बीते 21 महीने के दौरान नवजात की चोरी की चार वारदातों के सामने आने के बाद पुलिस और खुफिया तंत्र सकते में है.

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बाबा गिरोह से जुड़ी महिला कर चुकी खुलासा

पीएमसीएच से दो साल पहले 25 साल की एक आरोपित महिला को पीरबहोर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. महिला ने खुद को पटना के बाबा गिरोह की सदस्य बताया था. पति का नाम उमेश राम बताया था. पूछताछ में उसने पूर्वी रामकृष्णा नगर में रहने वाले एक बाबा का नाम बताया था, जिसमें बाबा ने महिला को कहा था कि तुम्हारी कोख तभी आबाद होगी, जब तुम बच्चा लाकर दोगी. इसके बाद पुलिस ने रामकृष्णा नगर में छापेमारी की थी.

बेरोक-टोक वार्ड में जाते हैं अजनबी

पीएमसीएच के प्रसूति वार्ड व इमरजेंसी वार्ड में बेरोकटोक अजनबी आते-जाते हैं. जबकि कई बार बैठक में प्रसूति व इमरजेंसी में टोकन पास सिस्टम लागू करने की बात की जा चुकी है, लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया जा सका है.

अस्पतालों में बच्चा चोरी एक नजर में

– नौ जनवरी, 2019 : गुलबी घाट निवासी दिलीप की पत्नी की पीएमसीएच में डिलिवरी हुई, पांच दिन बाद बच्चा चोरी हो गया.

– 11 नवंबर, 2018 : एनएमसीएच के स्त्री व प्रसूति वार्ड में मरचा मरची की रहने वाली सरोज देवी का बच्चा चोरी हो गया. अब तक चोर गिरफ्तार नहीं.

– 16 सितंबर, 2017 : नालंदा जिले के बिगहा पोस्ट के ग्राम बरसाई की रहने वाली सोहनी देवी का पीएमसीएच में पांच दिन का बच्चा चोरी हुआ. हालांकि, गार्ड ने चोर को पकड़ लिया.

-23 मार्च, 2017: पीएमसीएच में सीतामढ़ी से इलाज कराने आयी रानी देवी का छह साल का बच्चा चोरी हो गया. इसमें महिला चोर शामिल थी, जिसे पकड़ने के बाद मामला उजागर हुआ.

एक नजर यहां भी

– अजनबी पुरुष और महिला कैसे वार्ड के अंदर पहुंच जाते हैं

– तैनात गार्ड सतर्क थे, तो आरोपित ने कैसे की नवजात को चोरी करने की कोशिश

– चोरी की घटनाएं होने के बाद भी क्यों नहीं होती है कार्रवाई

– सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाये जा रहे

क्या कहते हैं अधीक्षक

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर महिला चोर को गिरफ्तार करने की कवायद शुरू कर दी गयी है. वहीं, पीएमसीएच में बच्चा चोरी की घटना नहीं हो, इसके लिए डॉक्टर व पुलिस विभाग को अलर्ट किया गया है. इस पर पैनी नजर बनी रहे, इसके लिए सीसीटीवी कैमरे की नजर में मासूम बच्चे व खासकर गर्भवती व महिला मरीज को रखा गया है.

डॉ विमल कारक, अधीक्षक, पीएमसीएच

( पटना से आनंद तिवारी की रिपोर्ट )

Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya

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