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बख्तियार खिलजी ने नालंदा यूनिवर्सिटी को उजाड़ा, मैंने फिर से बसा दिया: नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कुछ इतिहासकारों का मानना है कि बख्तियारपुर में रह कर ही बख्तियार खिलजी ने विश्व प्रसिद्ध नालंदा यूनिवर्सिटी को जलाया था. कुदरत ने उसी बख्तियारपुर में मुझे पैदा किया और मैंने उस ऐतिहासिक यूनिवर्सिटी को फिर से बसा दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 12, 2020 5:47 AM

पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कुछ इतिहासकारों का मानना है कि बख्तियारपुर में रह कर ही बख्तियार खिलजी ने विश्व प्रसिद्ध नालंदा यूनिवर्सिटी को जलाया था. कुदरत ने उसी बख्तियारपुर में मुझे पैदा किया और मैंने उस ऐतिहासिक यूनिवर्सिटी को फिर से बसा दिया. उन्होंने कहा कि पटना और नालंदा जिले के लोगों ने उन्हें लगातार पांच बार सांसद चुनकर जो प्यार दिया था, उसका वे आजीवन ऋणी रहेंगे. वहीं पार्टी के सभी सक्रिय कार्यकर्ताओं से घर-घर जाकर लोगों को सरकार के कामों की जानकारी देने के अलावा फेसबुक और व्हाट्सएप ग्रुपों के जरिये भी उनसे संवाद स्थापित करने को कहा. गुरुवार को नालंदा और पटना समेत भोजपुर, बक्सर, कैमूर और रोहतास जिले के जमीनी बूथ लेवल कार्यकर्ताओं से द करते हुए मुख्यमंत्री ने यह बातें कहीं.

वर्चुअल सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गंगा जल को गया, बोधगया, राजगीर और नवादा पहुंचाने के लिए शुरू की गयी गंगा जल उद्वह योजना एक ऐतिहासिक काम है. धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण बिहार के इन शहरों में सालोंभर शोधित गंगा जल उपलब्ध होगा. इस योजना पर काम शुरू हो चुका है. उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि पंद्रह साल पहले के शासनकाल में ऐसी किसी दूरगामी योजना के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था. उन्होंने बताया कि जब वे शुरू में पटना जिला के बाढ़ से सांसद बने थे, तब क्षेत्र में घूमने के लिए एक दिन में करीब 12 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था. आज बिहार के दूर-दराज के इलाकों में भी सड़कों का ऐसा जाल बिछ गया है कि लोग गाड़ी से कहीं भी आ-जा सकते हैं.

राजधानी में हुए विकास के काम

राजधानी पटना के विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां फ्लाइओवर और चौड़ी सड़कों का बड़े पैमाने पर निर्माण हुआ है. इसके अलावा सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर, बापू सभागार, सभ्यता द्वार, बिहार म्यूजियम, सरदार पटेल भवन और नेहरू पथ चक्र इत्यादि ऐसे काम हैं, जिन पर पटना वासी गर्व कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल भवन के निर्माण में भूकंप रोधी अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. रिक्टर पैमाने पर नौ तक तीव्रता वाले भीषण भूकंप में भी सरदार पटेल भवन को नुकसान नहीं होगा. उन्होंने राजगीर में निर्मित इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर को जिले के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बतायी.

मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को मुझसे चिढ़ है कि गड़बड़ करने का मौका नहीं मिल रहा है, जबकि कुछ पढ़े-लिखे लोगों को शराबबंदी के कारण कष्ट है, जिससे वे अनाप-शनाप बोलते रहते हैं. सूबे में बिजली के विकास का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हर घर बिजली के कारण ही लोग लॉकडाउन के दौरान भी अपने घरों में टीवी और मोबाइल के साथ शांति से रह पाये. उन्हें कष्ट नहीं हुआ. महिला सशक्तिकरण पर कामों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस में जितनी बड़ी संख्या में महिलाएं हैं, देश में कहीं और नहीं हैं. उन्होंने कोरोना काम में सरकार के काम को बेहतर बताते हुए कहा कि प्रवासियों के लिए रोजगार की व्यवस्था की जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव शृंखला द्वारा बना विश्व रिकार्ड सरकार को हासिल व्यापक जनसमर्थन का सबूत है.

मुख्यमंत्री से पहले वर्चुअल सम्मेलन को राष्ट्रीय महासचिव सह राज्यसभा में पार्टी संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह, लोकसभा में पार्टी संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा और भवन निर्माण मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने भी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. वर्चुअल संवाद का संचालन मंत्री संजय झा ने किया.

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