बिहार में पिछले साल की तुलना में 60 हजार करोड़ अधिक ऋण बांटेंगे बैंक
बिहार में कॉमर्शियल बैंक पिछले साल की तुलना में 60 हजार करोड़ अधिक ऋण बांटेंगे. बैंकों के लिए राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 का वार्षिक ऋण वितरण लक्ष्य (एसीपी) तय कर दिया है.
बैंकों के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2024-25 का तय किया वार्षिक ऋण वितरण लक्ष्य
कैलाशपति मिश्र,पटना
बिहार में कॉमर्शियल बैंक पिछले साल की तुलना में 60 हजार करोड़ अधिक ऋण बांटेंगे. बैंकों के लिए राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 का वार्षिक ऋण वितरण लक्ष्य (एसीपी) तय कर दिया है. चालू वित्तीय वर्ष के लिए यह लक्ष्य 3.23 लाख करोड़ रखा गया है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए बैंकों को 2.63 लाख करोड़ का लक्ष्य दिया गया था. इस साल यदि सेक्टर वाइज बात करें , तो कृषि और एलाइड सेक्टर में सबसे अधिक 1.11 लाख करोड़ ऋण बांटने का लक्ष्य बैंकों को दिये गये हैं, जबकि सूक्ष्म, लघु और मध्यम(एमएसएमइ) श्रेणी के उद्यम के लिए भी 1.03 लाख करोड़ ऋण बांटे जायेंगे.राज्य सरकार ने लक्ष्य निर्धारित करने के लिए नाबार्ड द्वारा की गयी अनुशंसा पर ही विचार किया है,जबकि राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति द्वारा तय किये गये लक्ष्य पर सरकार ने विचार नहीं किया.बिहार के कुल बजट से 45 हजार करोड़ अधिक एसीपी
वर्ष 2024-25 के लिए एसीपी राज्य के चालू वर्ष के कुल बजट 2.78 लाख करोड़ से करीब 45 हजार करोड़ अधिक है.जानकारों का मानना है कि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.अधिक ऋण मिलने से राज्य में उद्यमिता को भी बढ़ावा मिलेगा.
सेक्टर लक्ष्य
कृषि 1.11 लाख करोड़एमएसएमइ 1.03 लाख करोड़
अन्य प्रा. क्षेत्र 28588 करोड़गैर प्रा.क्षे- 80000 करोड़
कुल 3.23लाख करोड़क्या होगा फायदा
लक्ष्य का निर्धारण होने के बाद राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के द्वारा प्रति बैंक ऋण लक्ष्य तय किये जायेंगे. सेक्टर विशेष में काम करने वाले राज्य के उद्यमियों और कारोबारियों को ऋण लेने में आसानी होगी.बैंक ऑफिर्सस एसोसिएशन के डीएन त्रिवेदी ने बताया कि एसीपी तय होने से इसकी समीक्षा में सहूलियत होती है और इच्छुक उद्यमियों को ऋण क्यों नहीं मिला,इसको लेकर सरकार बैंकों पर नकेल कस सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है