पटना : महात्मा गांधी की चंपारण यात्रा अौर उनकी जीवनी के बारे में एनसीइआरटी की पाठयपुस्तक में गलत तथ्य पढ़ाये जाने के मामले में राज्य सरकार हस्तक्षेप करेगी. शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने शुक्रवार को कहा कि विभाग के एक अधिकारी को एनसीइआरटी मुख्यालय भेजा जायेगा और किताब में जो गलत जानकारी दी गयी है, उसे ठीक कराया जायेगा.
जदयू के दिलीप कुमार चौधरी और भाकपा के केदारनाथ पांडेय के सवाल का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि किताब में महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के वर्णन में जो त्रुटियां हैं, उस जानकारी को शुद्ध करायेंगे. केदारनाथ पांडेय ने कहा कि एनसीइआरटी की पुस्तक को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र रेफरेंस के ताैर पर पढ़ते हैं. लेकिन राज्य भर के विभिन्न स्कूलों में 12वीं कक्षा के बच्चों के अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक फ्लेमिंगो के ‘इंडिगो’ अध्याय में गांधी के चंपारण सत्याग्रह का वर्णन किया गया है, जिसमें त्रुटियां हैं. यह बच्चे पढ़ रहे हैं.
जदयू के डाॅ रामबचन राय ने कहा कि ल्यू फिशर एक पत्रकार थे, जो महात्मा गांधी के मित्र भी थे. उनके हवाले से किताब में अगर यह त्रुटियां छपी है, तो इसकी भी जांच होनी चाहिए. क्योंकि मुझे लगता है कि यह गलती प्रकाशन मंडल के सदस्यों से हुई है. भाजपा के नवल किशोर यादव ने कहा कि एनसीइआरटी की पुस्तक प्रकाशन मंडल में शामिल, नेता या बड़े अधिकारियों के बेटे को नहीं पढ़नी होती है, इसलिए इसकी गलती भी जल्द पकड़ में नहीं आती है.
कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि बहुत से संस्थान इसी तरह से गलत और भ्रामक पाठय बाकी का अध्ययन बच्चों को करा रहे हैं. उन्होंने एक किताब की चर्चा करते हुए कहा कि उसमें कांग्रेस पार्टी के लिए गलत बातें कहीं गयी हैं. इस पर सभापति ने कहा कि यह सवाल इस मामले से जुड़ा नहीं है. आपको इस सवाल को शून्यकाल में लाना चाहिए. वहीं, जदयू के प्रो रणवीर नंदन ने कार्यकारी सभापति से आग्रह किया कि इसके लिए शुद्धिपत्र लाया जाये, ताकि इस त्रुटि को तुरंत ठीक किया जा सके.
गौरतलब है कि 15 जनवरी को प्रभात खबर ने एनसीइआरटी की 12 वीं की अंग्रेजी विषय की पुस्तक फ्लेमिंगाें के इंडिगो चैप्टर में महात्मा गांधी से जुड़े गलत तथ्य पढ़ाये जाने की खबर प्रकाशत की थी.