पटना नाव हादसा: रिटायर चीफ जीएम ने बुक की थी नाव, मां का श्राद्ध करके शुद्ध होने गए और गंगा में समा गया परिवार
पटना नाव हादसे को लेकर जो जानकारी सामने आयी है उसके अनुसार, एक रिटायर अधिकारी ने नाव की बुकिंग की थी. लेकिन बीच गंगा में समा गए.
गंगा दशहरा के दौरान एक तरफ सुख समृद्धि को लेकर लोग गंगा मां से मनौती मांग रहे थे, वहीं दूसरी तरफ बाढ़ के सुप्रसिद्ध उमानाथ गंगा नदी घाट पर स्नान करने के लिए जा रहे श्रद्धालुओं से लदी नाव बीच मझधार में अनियंत्रित होकर पलट गई. इस दौरान नाव पर सवार 17 लोग गंगा नदी में डूबने लगे. इनमें 13 लोगों को बचा लिया लिया गया. जबकि चार लोग लापता हैं . उनकी खोजबीन की जा रही है. सभी एक ही परिवार के हैं जो नालंदा जिले के निवासी हैं. अपनी मां का श्राद्ध करके गंगा स्नान करने गए रिटायर जीएम परिजन समेत लापता हैं.
मां का श्राद्धकर्म करके स्नान करने गया था परिवार
मिली जानकारी के अनुसार नालंदा जिले के अस्थावां थाना अंतर्गत मालती गांव निवासी अवधेश कुमार की मां का श्राद्ध कर्म कार्यक्रम पूरा होने के बाद सभी परिजन शुद्धिकरण स्नान के लिए बाढ़ के उत्तरायणी गंगा नदी के उमानाथ घाट पर रविवार की सुबह पहुंचे थे . इस दौरान उनके परिजनों के द्वारा नाव बुक कराया गया था. उमानाथ घाट से नाव सवारियों को लाद कर गंगा पार दियारा में ले जा रही थी. इसी दौरान बीच मझधार में नाविक यात्रियों से भाड़े की वसूली करने लगा. जर्जर नाव होने के कारण इसमें पानी घुसने लगा था. इसके बाद नाव डगमग हो कर अनियंत्रित होने लगी. सुरक्षा को लेकर नाव पर सवार लोगों में भगदड़ मच गई जिसके कारण नाव पलट गई.
डूब रहे लोग मदद के लिए चिल्लाते रहे, नहीं बच सका एक परिवार
नाव पलटने के बाद डूब रहे लोगों ने मदद की गुहार लगाई. घाट पर मौजूद लोगों ने नाव पलटते देखकर शोरगुल मचाना शुरू किया. इसके बाद कई लोग घटनास्थल पर पहुंचे और डूब रहे लोगों को बचाकर गंगा किनारे घाट पर लाया. इस क्रम में चार लोग लापता हो गए जो एक ही परिवार के बताए जाते हैं. लापता लोगों में अवधेश कुमार 60 वर्ष , हरदेव प्रसाद 65 वर्ष, उनके पुत्र नीतीश कुमार 30 वर्ष तथा एक महिला रिश्तेदार मंजु देवी 45 वर्ष शामिल हैं . सभी नालंदा जिले के अस्थावा थाना अंतर्गत मालती गांव के निवासी बताए जाते हैं. डूबने से बचाई गई महिला चंचला सिन्हा ने बताया कि बीच गंगा नदी में घटना हुई है .
ALSO READ: गंगा दशहरा के दिन पटना के बाढ़ में पलटी नाव, गंगा में डूबकर लापता हुए 4 लोग
महाजाल लगाकर खोज रहे गोताखोर
घटना के बाद मौके पर पुलिस और स्थानीय अधिकारी पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की. इस दौरान गोताखोरों को लगाया गया लेकिन लापता लोगों को नहीं खोजा जा सका है. घटना की जानकारी मिलने के बाद पटना के डीएम शीर्षत कपिल अशोक, ग्रामीण एसपी रोशन कुमार ,एसडीएम शुभम कुमार, बाढ़ थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार के नेतृत्व में पुलिसकर्मी ने लगातार बचाव कार्य शुरू किया. लेकिन समाचार लिखने तक लापता चारों की खोजबीन जारी है. महाजाल के साथ गोताखोरों को भी लगाया गया है.
लापता अवधेश है सेवानिवृत अधिकारी
नाव पलटने के दौरान लापता हुए अवधेश कुमार नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के मुख्य महाप्रबंधक के पद से इसी वर्ष से फरवरी में सेवानिवृत्ति हुए थे. वह अपने घर पर ही रह रहे थे . परिजनों ने बताया कि उनकी माता के निधन के बाद हुए श्राद्ध कर्म के उपरांत परिजनों के साथ शुद्धिकरण स्नान को लेकर उमानाथ गंगा घाट पहुंचे थे. सुबह में सभी लोग खुशी-खुशी नाव पर सवार हुए थे. लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था. बीच मझधार में परिवार पर ग्रहण छा गया. गंगा की लहरों में चार लोग अचानक लापता हो गए. परिवार की सुख समृद्धि की कामना अंतिम यात्रा में बदल गई.