महाशिवरात्रि को लेकर बक्सर का बरमेश्वर नाथ मंदिर तैयार, जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिए उठाया यह कदम
मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक के कारण काफी पानी गिरता है. ऐसे में फर्श पर फिसलन हो जाती है. इस बार मंदिर कमेटी को कार्पेट बिछाने का निर्देश दिया गया है ताकि श्रद्धालु भीड़ में गिरकर चोटिल न हो जाए
महाशिवरात्रि का पर्व इस वर्ष 18 फरवरी को मनाया जाएगा. ऐसे में अब महज कुछ ही दिन बचे होने के कारण प्रशासन और मंदिर तैयारियों में जुट गए हैं. फाल्गुनी महाशिवरात्रि के मौके पर बक्सर के बरमेश्वर नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ शिवलिंग पर जल चढ़ाने और दर्शन के लिए उमड़ती है. भोले नाथ के दर्शन के लिए उमड़ने वाली भीड़ की सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है. महाशिवरात्रि पर मंदिर परिसर में होने वाली भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने वहन मौजूद दुकानों को हटाने का आदेश दिया है.
बनाए जाएंगे तीन कंट्रोल रूम
महाशिवरात्रि को लेकर डुमरांव के एसडीएम कुमार पंकज बताते हैं कि मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक के कारण काफी पानी गिरता है. ऐसे में फर्श पर फिसलन हो जाती है. इस बार मंदिर कमेटी को कार्पेट बिछाने का निर्देश दिया गया है ताकि श्रद्धालु भीड़ में गिरकर चोटिल न हो जाए. इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन द्वारा मंदिर परिसर के आस-पास तीन कंट्रोल रूम का भी निर्माण किया जाएगा. कंट्रोल रूम में स्थानीय थाना अध्यक्ष और नगर पंचायत कार्यपालक अधिकारी किसी भी आपात स्थिति के लिए डॉक्टर और मेडिकल टीम के साथ तैनात रहेंगे. साथ ही एक एम्बुलेंस की भी तैनाती की जाएगी. श्रद्धालुओं के आराम करने के लिए टेंट की व्यवस्था भी रहेगी.
गोताखोरों की होगी तैनाती
एसडीएम ने बताया कि महाशिवरात्रि के मौके पर सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी और वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था रहेगी. इनका उपयोग अपराधी और शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिए होगा. इस दौरान गड़बड़ी करने वाली किसी भी इंसान को नहीं बख्शा जाएगा. साथ ही सादे लिबास में सशस्त्र बल के महिला व पुरुष जवानों की तैनाती की जाएगी तो हर तरह की स्थिति पर नजर रखेंगे. वहीं तालाब में कोई नहीं डूबे इसलिए गोताखोरों की भी तैनाती की जाएगी.