बिहार प्रशासनिक सेवा संघ (बासा) और मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) व बिपार्ड के महानिदेशक केके पाठक के बीच विवाद में गुरुवार को एक नया मोड़ आया. केके पाठक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें वह एक मीटिंग के दौरान आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते दिख रहे हैं. बासा की ओर से महासचिव सुनील कुमार तिवारी ने प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए सचिवालय थाने में आवेदन दिया है. सचिवालय थाना प्रभारी भगीरथ प्रसाद ने इसकी पुष्टि करते कहा कि एक आवेदन आया है. पुलिस उसे देख रही है.
आवेदन में आरोप लगाया गया है कि आइएएस पाठक ने बिहारियों और बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के लिए अभद्र भाषा और गाली का इस्तेमाल किया है. यह कहीं से मर्यादा के अनुकूल नहीं है. आवेदन में कहा गया कि केके पाठक कह रहे हैं- यहां लोग रेड लाइट पर भी हॉर्न बजाते हैं. इसके बाद वो अपशब्द टिप्पणी करते हुए कहा कि कभी देखे हो चेन्नई में किसी को लालबत्ती पर हॉर्न बजाते हुए. यहां के लोगों को कोई समझ ही नहीं है. यही नहीं डिप्टी कलेक्टर के बारे में कहा कि यहां के अधिकारी भी वैसे ही हैं. एक अधिकारी को निर्देश देते हुए कहते हैं कि मुझे लिखकर दो मैं …… एक करता हूं. वीडियो में एक अधिकारी की आवाज सुनाई दे रही है जिसमें वो माफी मांग रहा है. पाठक कह रहे कि बिहार एडमिनिस्ट्रेशन बेकार है. बताया जाता है कि यह वीडियो नया सचिवालय के मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के मीटिंग हॉल का है.
#ViralVideo बिहार के IAS अधिकारी के के पाठक का बताया जा रहा है. pic.twitter.com/3y5Qvp0IW9
— Thakur Shaktilochan shandilya (@Ershaktilochan) February 2, 2023
बासा के सदस्य विरोध में शुक्रवार को काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे और केके पाठक की मानसिक शुद्धि के लिए भोजनावकाश के दौरान तीन मिनट का मौन रखेंगे. बासा के प्रतिनिधियों का कहना है कि गाली और आपत्तिजनक शब्दों को प्रयोग किया है. यह गैरकानूनी और आपत्तिजनक है.
मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के एक बयान का वीडियो वायरल होने के सवाल पर कहा है कि जांच के बाद उचित कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि इस वीडियो के बारे में सुना है. वायरल हुआ है. ऑफिस जाकर देखने दीजिए.
वायरल वीडियो को लेकर बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) ने विज्ञप्ति जारी कर स्थिति स्पष्ट की है. संस्थान ने बताया है कि यह वीडियो बिहार निबंधन सेवा के पदाधिकारियों के साथ पहले ली गयी बैठक की है. इसमें निबंधन सेवा के पदाधिकारियों ने शिकायत की थी कि उनके साथ बिहार प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु पदाधिकारियों ने अमर्यादित व्यवहार किया. इस पर मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव सह बिपार्ड के महानिदेशक केके पाठक के मुंह से असंदर्भित कुछ शब्द निकल गये. इस पर महानिदेशक ने खेद प्रकट कर दिया है.
एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि किसी भी राजपत्रित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव से अनुमति लेनी पड़ती है. इस संबंध में आगे की कार्रवाई करने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव से अनुमति लेने के लिए पत्र भेज दिया गया है. अनुमति मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.