पश्चिम बंगाल में होने वाले आगामी चुनाव(Bengal Election 2021) में भाकपा -माले अकेले 25 सीटों पर लड़ेगी. वहीं, बीजेपी(BJP) और तृणमूल कांग्रेस( trinamool congress) को हराने के लिए चुनाव में उतरी पार्टी का माले समर्थन करेगी. माले की बिहार राज्य कमेटी ने कहा कि बिहार चुनाव में वाम दल की एकता रही है. हमारी पार्टी उसी तर्ज पर बंगाल चुनाव में भी साथ लड़ना चाहती हैं, लेकिन वाम दल की एकता वहां अलग हो रही है.
कमेटी के अनुसार, पार्टी के चार सदस्य बंगाल गये थे, ताकि यह देख सकें कि पार्टी वहां किस तरह से खुद को उतारेगी. इसके बाद ही यह निर्णय हुआ है कि माले 20 -25 सीटों पर अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी. दूसरी ओर, माले के इस निर्णय पर माकपा राज्य कमेटी ने भी साफ कर दिया है कि वह कांग्रेस के साथ है और इस गठबंधन में कोई आयेगा, तो उसका दिल से स्वागत है. वरना हमारा गठबंधन बीजेपी-तृणमूल दोनों के खिलाफ चुनाव मैदान में होगा.
बंगाल चुनाव में वाम दल अलग-अलग चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. जहां एक ओर कांग्रेस, और माकपा एक साथ चुनाव मैदान में उतरने को तैयार हैं. वहीं, माले अकेले चुनाव में रहेगी. दूसरी ओर, बीजेपी गठबंधन अलग और तृणमूल गठबंधन अलग होगी.
Also Read: JDU संगठन में होगा बदलाव! चुनाव में बेहतर काम करने वालों को मिलेगा तोहफा, लापरवाह कार्यकर्ताओं पर पार्टी ले सकती है एक्शन
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बंगाल में बीजेपी सत्ता में आने के लिए जोड़ तोड़ करने में जुट गयी है. वहीं, तृणमूल भी काफी समय से सत्ता पर काबिज है और बंगाल की जनता परेशान हो गयी है. इसलिए हम वहां अकेले भी चुनाव मैदान में आ सकते हैं, लेकिन अब तक हमारी पार्टी ने यह निर्णय नहीं लिया है हम कितने सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे.
Posted By: Thakur Shaktilochan