अंकित आनंद, भागलपुर
सोशल मीडिया के इस जमाने में जहां दुनिया के लोग अपने पल-पल की गतिविधियों को सार्वजनिक करने में देरी नहीं करते. अब पुलिस भी इससे अछूती नहीं है. एक तरफ जहां पिछले दिनों तक ट्विटर और फेसबुक अकाउंट के माध्यम से बिहार पुलिस अपनी राेज की गतिविधियों को सार्वजनिक कर रही थी. राज्य के डीजीपी के तौर पर पदभार ग्रहण करने के बाद राज्य के सभी जिलों की पुलिस को अपना सोशल मीडिया सेल का गठन करते हुए ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे चर्चित सोशल मीडिया वेबसाइटों पर अपना अकाउंट बनाने और उस पर जिला पुलिस को मिली सफलताओं से संबंधित पोस्ट जल्द से जल्द करने का निर्देश दिया था.
एक तरफ जहां डीजीपी ने संचार के बढ़ते हुए और गतिमान माध्यमों को पुलिस के लिए हथियार बताया था, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने इसके विनाशकारी पहलू को भी बताया था. बिहार पुलिस की छवि को समाज के समक्ष और भी सशक्त और निष्पक्ष दर्शाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेने के लिये भी निर्देशित किया गया था. उक्त निर्देश प्राप्त करने के बाद सभी जिलों की पुलिस ने अपने जिला के स्तर पर सोशल मीडिया सेल का गठन किया और जिला पुलिस की गतिविधि, गिरफ्तारी, बरामदगी आदि सफलताओं की जानकारी को सार्वजनिक करने के लिए सोशल मीडिया अकाउंट को जेनेरेट करने और उसमें पोस्ट अपलोड करने का निर्देश दिया.
भागलपुर एसएसपी की ओर से निर्देश प्राप्त करने के बाद जिला पुलिस के डीआइयू सेल की एक विंग को सोशल मीडिया सेल का प्रभार दिया गया. जिसने फेसबुक पर BhagalpurPolice-Bihar के नाम से, इंस्टाग्राम पर bhagalpur_police के नाम से और ट्विटर पर @PoliceBhagalpur के नाम से आइडी बनी है. इसका इस्तेमाल पिछले कुछ दिनों से भागलपुर पुलिस द्वारा प्राप्त की जाने वाली सफलताओं सहित होनेवाली बैठकों और लिये गये निर्णय की जानकारी देने के लिए की जा रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस खुद को रिप्रेजेंट कर सके इसके लिए सोशल मीडिया वेबसाइटों पर अकाउंट बनाया गया है. सभी एसडीपीओ, थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि वे लोग मिलने वाली सफलता, विशेष छापेमारी, विशेष अभियान आदि की जानकारी फोटो और वीडियो के साथ सोशल मीडिया सेल को उपलब्ध करायें. इसे रियल टाइम रिपोर्ट के साथ उसे सोशल मीडिया साइट पर अपलोड किया जायेगा.
आनंद कुमार, एसएसपी, भागलपुर