– दो दिवसीय आम महोत्सव का समापन, भागलपुर दूसरे व पटना तीसरे स्थान पर – दो दिनों में 29 लाख के आम व उत्पाद समेत पौधरोपण सामग्री की हुई बिक्री संवाददाता, पटना पटना के ज्ञान भवन में आयोजित दो दिवसीय आम महोत्सव का रविवार को समापन हो गया. विभिन्न श्रेणियों में सबसे ज्यादा अंक पाने वाले भागलपुर के तिलकपुर सुल्तानगंज निवासी अशोक कुमार चौधरी को आम शिरोमणि की उपाधि दी गयी. उन्हें 10,000 रुपये का पुरस्कार दिया गया. अशोक को कुल 8 पुरस्कार प्राप्त हुए. इसमें पांच प्रथम, एक द्वितीय और 2 तृतीय पुरस्कार शामिल हैं. राज्य के विभिन्न जिलों के 74 विजेता कृषकों को 113 प्रदर्शों के लिए कुल 4,77,000 रुपये और प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया गया. 15 पुरस्कार के साथ वैशाली जिला अव्वल, 14 पुरस्कार पाकर भागलपुर दूसरे और 14 पुरस्कारों के साथ पटना तीसरे स्थान पर रहा. भागलपुर को कुल राशि 58 हजार और पटना को 57 हजार रुपये प्राप्त हुए. मौके पर कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि पहले दिन शनिवार को 500 किलो आम न्यूजीलैंड भेजा गया. इन दो दिनों में 29 लाख रुपये से अधिक के आम, आम के पौधरोपण सामग्री तथा आम के उत्पादों की बिक्री हुई. राज्य के विभिन्न जिलों के 497 आम उत्पादक कृषकों एवं उद्यमियों ने 4018 आमों के प्रदर्श लगाये. इन प्रदर्शों का मूल्यांकन वैज्ञानिकों की कमेटी ने की. आम खाओ प्रतियोगिता में वैशाली के आदर्श विजेता आम खाओ प्रतियोगिता के पांच से 10 आयु वर्ग में कुल 66 बच्चों ने भाग लिया. इसमें आदर्श राज, वैशाली प्रथम, वामी मेविका, पटना दूसरे और विप्लव कुमार झा, मधुबनी तीसरे स्थान पर रहे. 42 बच्चों के बीच आयोजित आम फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में अविराज साहनी, पटना प्रथम, हर्षराज, पटना दूसरे तथा रक्षित चतुर्वेदी, पटना तीसरे स्थान पर रहे. चित्रकला प्रतियोगिता में समीक्षा आनंद, माऊंट कार्मेल स्कूल, पटना प्रथम, रिद्यम, आर्मी पब्लिक स्कूल, दानापुर, पटना दूसरे तथा आदित्य रंजन, राजकीय मध्य स्कूल, पटना तीसरे स्थान पर रहे. अंतराष्ट्रीय मानक से हो आम का उत्पादन: पीके शाही महाधिवक्ता पीके शाही ने कहा कि हमें अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार आम उत्पादन करना होगा. कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि राज्य आम उत्पादन में उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के बाद तीसरे स्थान पर है. कहा कि आम उत्पादक किसानों की समस्याएं कृषि विश्वविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्रों के माध्यम से इस समस्या का निदान किया जायेगा. मौके पर कृषि निदेशक मुकेश कुमार लाल, उद्यान निदेशक अभिषेक कुमार आदि मौजूद थे. पुसा अरूणिमा रहा आकर्षण का केंद्र मधुबनी के रवींद्र झा ने आम के कई प्रभेदों की प्रदर्शनी लगायी. इसमें पुसा अरूणिमा आम खास है. उन्होंने बताया कि यह रंगीन आम है. यह देर से पकता है. शुगर के मरीज भी इस आम को खा सकते हैं.
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