पटना. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने अध्यक्ष पद छोड़ने के सवाल पर कहा कि मैंने चालीस सालों से पब्लिक लाइफ़ में काम किया हूं. जो भी काम किया है पूरी दृढ़ता से किया है. मैं ऊपर वाले की कृपा से किसी भी दायित्व को निभाने में सक्षम हूं. लेकिन पार्टी तय करेगी तो मैं अध्यक्ष पद की ज़िम्मेदारी किसी मज़बूत साथी को भी दे दूंगा. जेडीयू की बैठक के बाद आरसीपी सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए ये बात कही. उन्होंने कहा कि सात जुलाई को मंत्री बना हूं. मैं मंत्री का काम और संगठन का काम भी मज़बूती से करने में सक्षम हूं.
आरसीपी सिंह ने कहा कि मैं राज्यसभा में नेता सदन था, लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद रामनाथ ठाकुर को नेता सदन बनाया. राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए उपेन्द्र कुशवाहा को संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया. इसकी दूसरी बानगी नहीं देखने को मिलेगी. संगठन को बूथ स्तर तक ले जाना है. इसके लिए पार्टी को बूथ स्तर पर ले जाना है.उन्होंने आगे कहा कि हमारे और हमारे नेता के बीच संबंध करीब 23 साल पुराना है.
उन्होंने नीतीश कुमार से अपने संबंधों को लेकर कहा कि पति-पत्नी, गुरु-शिष्य, माता-पिता और पिता-पुत्र के रिश्तों को परिभाषित नहीं किया जाता है. हमारे संबंध 23 साल पुराने हैं. हम दोनों के रिश्ते प्रगाढ़ हैं आगे और प्रगाढ़ता आती जाएगी
बताते चलें कि रविवार को जेडीयू की मीटिंग पार्टी को मजबूती और आगामी कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए आयोजित की गई थी. जिसमें सभी नव मनोनीत उपाध्यक्ष ,महासचिव, सचिव, प्रवक्ता शामिल हुए हैं। बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह, विजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी और संजय कुमार झा समेत कई नेता मौजूद थे.