पटना : लॉकडाउन को पूरी तरह सफल बनाने के लिये पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है़. सोशल डिस्टेंस का सौ फीसदी पालन नहीं हो पा रहा है़. लोगों के बीच फैल रही तरह- तरह की अफवाह , राशन पानी की जमाबंदी की होड़ पुलिस की मुश्किल और भी बढ़ा रही है़. कई जिलों में अति आवश्यक कार्य के बिना ही बाहर निकलने वालों पर कार्रवाई की रही है़. बुधवार शाम छह बजे तक राज्य भर में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था . 41 एफआइआर दर्ज कर 531 वाहनों को जब्त किया गया. 15 लाख 87 हजार 800 रुपये का जुर्माना भी वसूला गया.
बिहार पुलिस आवश्यक सेवाओं की ढुलाई करने वाले वाहनों को नहीं रोकेगी. इस संबंध में बुधवार को सभी एसएसपी – एसपी को एडीजी विधि व्यवस्था की ओर से आदेश जारी कर दिया गया़ पुलिस अधीक्षकों को स्पष्ट निर्देश हैं कि वह विशेषकर थाना स्तर पर यह सुनिश्चित करें ताकि जरूरी सामान की आवाजाही समस्या न बन जाये़ डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार और एडीजी विधि व्यवस्था अमित कुमार सहित तमाम अधिकारी सुबह से देर शाम तक वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये राज्य के हालात की मॉनीटरिंग करते रहे़ लॉक डाउन होने के बाद भी लोग अभी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे है़ं मुख्य सड़कों से भले ही अभी दूरी बनाये हुए हैं लेकिन बली – मोहल्लों में घरों के बाहर भी लोग नजर आ रहे है़ं पुलिस ऐसे लोगों को सख्ती से समझा रही है कि लॉक डाउन का मतलब घर में ही रहना है़ राज्य में कई जगह पुलिस ने कार्रवाई का भय दिखाकर लोगों को घर में रहने के लिये लौटाया़ रेंज आइजी, डीआइजी , एसएसपी- एसपी, एसडीपीओ अलग क्षेत्रों में घूमते रहे़ फील्ड में तैनात पुलिस कर्मियों को दिशा निर्देश देते रहे़
बता दें कि पुलिस के लिये अभी भी सबसे बड़ी चुनौती दूध, मेडिकल स्टोर, राशन की दुकान आदि पर भीड. को जुटने न देना है़ पुलिस मुख्यालय को खुफिया रिपोर्ट मिली है कि लोगों के मन में राशन पानी एकत्रित करने की होड़ सी मची हुई है़ इससे दूध , आटा, मास्क, सेनिटाइजर आदि की कालाबाजारी शुरू हो गयी है़ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस मुख्यालय ने इस रिपोर्ट से सरकार को अवगत करा दिया है़ जिला प्रशासन के साथ व्यापक छापेमारी के लिये पुलिस की अतिरिक्त टीम एकशन मोड में रखने के सभी एसपी को दिशा निर्देश दे दिये गये है़ं.