Bihar AQI: पटना. बिहार में सर्दी बढ़ने के साथ ही वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गयी है. गांधी मैदान के पास वायु प्रदूषण की मात्रा 325 एक्यूआइ रिकॉर्ड की गई है. वहीं, शहर के लोदीपुर इलाके में इसकी मात्रा 314 AQI दर्ज की गयी है. राजधानी में औसतन वायु प्रदूषण 250 एक्यूआइ रिकॉर्ड किया जाता है. हालांकि खगौल में 241 एवं राजवंशी नगर में आज भी 261 एक्यूआइ वायु प्रदूषण रिकॉर्ड किया गया.
दिसंबर में वायु प्रदूषण काफी नियंत्रित
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डॉ. डीके शुक्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि निर्माण कार्य के कारण कुछ इलाकों में वायु प्रदूषण की स्थिति ऐसी बनी हुई है. इसके लिए पटना नगर निगम में जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिया गया है कि वायु प्रदूषण के लिए आवश्यक कदम उठाएं. उसके परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं. पूर्व के वर्षो की तुलना में पिछले नवंबर एवं दिसंबर में वायु प्रदूषण काफी नियंत्रण में रहा है. दिसंबर में वायु प्रदूषण काफी नियंत्रण में रहा. औसतन राज्य में दिसंबर 2024 में वायु प्रदूषण 181 एक्यूआइ रिकॉर्ड किया गया, जबकि वर्ष 2023 में दिसंबर में 219 एक्यूआइ वायु प्रदूषण रहा था.
पिछले माह काफी हद तक नियंत्रण में रहा वायु प्रदूषण
वर्ष 2024 में राज्य में किसी भी शहर का एक्यूआइ 400 का आंकड़ा पार नहीं कर पाया था. हाजीपुर राज्य का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा, वहां पर 12 दिनों तक 300 एक्यूआइ वायु प्रदूषण की मात्रा रिकॉर्ड की गई. अररिया में दो दिन, बिहारशरीफ, बक्सर, सहरसा एवं सासाराम में केवल एक-एक दिन 300 से अधिक वायु प्रदूषण रिकॉर्ड किया गया. वर्ष 2023 में राज्य में नवंबर में औसत वायु प्रदूषण 211 एक्यूआइ रहा.
सांस से मरीजों की बढ़ी परेशानी
पीएमसीएच के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अशोक कुमार ने मीडिया से कहा कि ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार से सांस के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. ऐसे में उन्हें वायु प्रदूषण वाले इलाकों में जाने से परहेज करना चाहिए. अगर प्रदूषित इलाके में जाना बेहद जरूरा है तो जाने से पहले मास्क का उपयोग करना लोगों के लिए काफी लाभदायक होगा. साथ ही आसपास के इलाके को स्वच्छ रखने की कोशिश करें. ठंड के दौरान के कमरे को बंद रखें, लेकिन जैसे ही धूप निकले कुछ देर के लिए कमरे को अवश्य खोल देना चाहिए. जहां अधिक भीड़ हो वहां जाने से परहेज करें. घना कोहरा भी आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है.