22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

साल 2015 के बाद बिहार चुनाव में बीजेपी के जीत की दर हुई बेहतर, आरजेडी व कांग्रेस की दरों में गिरावट दर्ज

Bihar Vidhan Sabha Election Result 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में बेहद रोमांचक मुकाबले में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 243 सीटों में से 125 सीटों पर कब्जा कर जीत हासिल की जिसमें भाजपा उम्मीदवारों की जीत की बेहतर दर का महत्वपूर्ण योगदान रहा. भाजपा का साल 2015 के चुनाव के बाद उम्मीदवारों की जीत की दर (स्ट्राइक रेट) बेहतर हुई है, जबकि राजद और कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत की दर में गिरावट आई है.

Bihar Vidhan Sabha Election Result 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में बेहद रोमांचक मुकाबले में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 243 सीटों में से 125 सीटों पर कब्जा कर जीत हासिल की जिसमें भाजपा उम्मीदवारों की जीत की बेहतर दर का महत्वपूर्ण योगदान रहा. भाजपा का साल 2015 के चुनाव के बाद उम्मीदवारों की जीत की दर (स्ट्राइक रेट) बेहतर हुई है, जबकि राजद और कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत की दर में गिरावट आई है.

भाजपा उम्मीदवारों की साल 2015 में जीत की दर 33.75 प्रतिशत रही थी और 2020 के चुनाव में यह बेहतर होकर 67.30 प्रतिशत हो गयी. वहीं, आरजेडी का स्ट्राइक रेट 79.20 प्रतिशत से घटकर इस बार 52 प्रतिशत हो गया. राजद नीत महागठबंधन के उम्मीदवारों जीत की दर में कुल मिलाकर काफी गिरावट दर्ज की गयी. जिसमें कांग्रेस का स्ट्राइक रेट साल 2015 के 65.85 प्रतिशत के मुकाबले इस बार 27.14 प्रतिशत दर्ज किया गया जो 38 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है.

भाजपा साल 2015 में 157 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 53 सीटों पर जीत हासिल की थी. उस समय भाजपा का मुकाबला जदयू और राजद के साथ था. लेकिन, बिहार चुनाव 2020 में पिछली बार की तुलना में 47 सीटें कम पर चुनाव लड़ने के बावजूद भाजपा ने इस बार 74 सीटें जीती.

लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी ने 2015 में 101 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 80 सीटें जीतने में सफल रही थी और उसका स्ट्राइक रेट 79.2 प्रतिशत था. इस बार राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने 144 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किये और 75 सीटें जीतने में सफल रही. राजद को इस बार पिछली बार की तुलना में पांच सीटों का नुकसान हुआ है और उसके उम्मीदवारों की जीत की दर घटकर 52 प्रतिशत रह गयी. राजद का वोट प्रतिशत 23.1 रहा और वह भाजपा से केवल एक सीट अधिक जीत सकी.

वहीं, नीतीश कुमार की पार्टी जदयू 2015 में 101 सीटों से लड़ी थी और 69.1 प्रतिशत स्ट्राइक रेट के साथ वह 71 सीट जीतने में सफल रही थी. जबकि, साल 2020 के चुनाव में जदयू ने 115 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और 37.4 प्रतिशत स्ट्राइक रेट के साथ 43 सीट जीतने में सफल रही. जदयू के लिये चुनाव में 32 प्रतिशत का नकारात्मक प्रभाव देखने को मिला. हालांकि, भाजपा के पक्ष में 33 प्रतिशत के झुकाव के कारण राजग संतुलन बनाने में सफल रही.

आरजेडी की सहयोगी कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ी और 19 सीटें जीतने में सफल रही, जबकि साल 2015 में कांग्रेस ने 41 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 27 सीट जीतने में सफल रही थी. कांग्रेस का वोट प्रतिशत हालांकि 6.6 प्रतिशत से बेहतर होकर 9.4 प्रतिशत हो गया.

चुनाव में जीतने की दर के हिसाब से सबसे अधिक फायदा तीन वाम दलों को हुआ. भाकपा-माले के उम्मीदवारों के जीतने की दर 63.15 प्रतिशत रही जो पहले चार प्रतिशत से कम थी, जबकि माकपा के उम्मीदवारों के जीतने की दर 50 प्रतिशत और भाकपा के उम्मीदवारों के जीतने की दर 33.33 प्रतिशत रही.

असुदद्दीन ओवैसी की पार्टी एमआईएमआईएम के उम्मीदवारों की जीतने की दर 35 प्रतिशत रही. वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) केवल एक सीट जीतने में सफल रही लेकिन उसका वोट प्रतिशत बेहतर होकर पिछले चुनाव के 4.83 से बढ़कर 5.66 प्रतिशत दर्ज किया गया.

Also Read: Bihar Election 2020 Result : NDA अगर नीतीश को सीएम बनाने के निर्णय पर कायम, तो नहीं करेंगे सरकार का समर्थन : चिराग
Also Read: ADR की रिपोर्ट से हुआ खुलासा, बिहार में चुने गये करीब दो तिहाई विधायकों पर आपराधिक मामले, 81 प्रतिशत हैं करोड़पति

Upload By Samir Kumar

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें